अपडेटेड 9 October 2025 at 13:20 IST
'अंदरूनी सांठगांठ है जारी, इसलिए...', मायावती के बयान पर अखिलेश यादव का पलटवार, BSP सुप्रीमो ने की योगी सरकार की तारीफ
UP News: लखनऊ में आयोजित रैली में मायावती ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा। वो योगी सरकार की तारीफ भी करती नजर आईं। मायावती के इस बयान पर अब अखिलेश यादव ने पलटवार किया है।
Akhilesh Yadav on Mayawati statement: बहुजन समाज पार्टी (BSP) संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर लखनऊ में एक बड़ी रैली का आयोजन हुआ। रैली में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने समाजवादी पार्टी पर जहां जुबानी हमले किए। तो इस दौरान वो योगी सरकार का आभार भी जताती नजर आईं। इस बयान पर अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इशारों-इशारों में पलटवार किया है।
लखनऊ की रैली में मायावती ने सपा पर बरसते हुए कांशीराम स्थल का पैसा दबाने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान की BJP सरकार समाजवादी पार्टी के जैसे नहीं है। उन्होंने योगी सरकार का आभार जताया।
मायावती के बयान के बाद अखिलेश ने किया पोस्ट
मायावती के इसी बयान के बाद अब अखिलेश यादव ने एक्स पर एक पोस्ट साझा किया। उन्होंने इशारों-इशारों में पलटवार करते हुए लिखा, "क्योंकि उनकी अंदरूनी सांठगांठ है जारी, इसीलिए वो हैं जुल्म करने वालों के आभारी।"
मायावती ने क्यों जताया योगी सरकार का आभार?
आज (9 अक्टूबर) को बसपा संस्थापक कांशीराम की पुण्यितिथि पर लखनऊ में रैली का आयोजन हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में लोग जुटे। इसी रैली में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मायावती बोलीं, "मैं वर्तमान राज्य सरकार की बहुत-बहुत आभारी हूं, इसलिए इस स्थल (कांशीराम स्थल) की टिकटों का इकट्ठा हुआ पैसा पूर्व की सपा सरकार की तरह भाजपा ने इसे दबाकर नहीं रखा। बल्कि पार्टी के आग्रह करने पर इसकी मरम्मत करने के लिए पूरा खर्च किया।
उन्होंने कहा, "मैं आपको बताना चाहती हूं, जब यूपी में हमारी सरकार थी। कांशीराम के आदर-सम्मान में यह विशाल स्मारक स्थल बनाया गया था। उसी समय हमारी सरकार ने ये व्यवस्था की थी कि हम यहां आने वालों के लिए टिकट की व्यवस्था करेंगे। इसका पैसा लखनऊ में बनाए गए स्मारक और पार्कों के रख-रखाव में खर्च किया जाएगा, लेकिन दुख की बात यह है कि जब यहां सपा की सरकार थी तो उस टिकट के पैसे को दबाकर रखा। हालत बहुत जर्जर हो चुकी थी।"
बोलीं- सपा का चरित्र दोगला
सपा पर हमलावर होते हुए रैली में मायावती ने यह भी कहा कि जब समाजवादी पार्टी सरकार में होती है तब उन्हें PDA याद नहीं आता है। उन्होंने कहा कि उन्हें न तो PDA की याद आती है, न कांशीराम जी की जयंती और न ही पुण्यतिथि, लेकिन जब वे सत्ता से बाहर हो जाते हैं तो सपा को याद आता है कि हमें संगोष्ठी करनी चाहिए।
उन्होंने अखिलेश यादव से सवाल किया कि अगर कांशीराम जी के प्रति आपका इतना ही आदर सम्मान था। UP में जब सरकार थी और हमने अलीगढ़ मंडल में कासगंज नाम से एक जिला बनाया और उस जिले का नाम कांशीराम जी के नाम पर रखा गया था। समाजवादी पार्टी ने सत्ता में आते ही उसका नाम क्यों बदला? हमने कांशीराम जी के नाम पर अनेकों संस्थानों के नाम रखें, अनेक योजनाएं शुरू की, जिसे समाजवादी पार्टी ने सत्ता में आते ही बंद कर दिया। यह उनका दोहरा चरित्र नहीं है तो क्या है?
Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 9 October 2025 at 13:20 IST