अपडेटेड 26 January 2025 at 10:29 IST
PM मोदी ने दी राष्ट्रीय समर स्मारक पर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को 76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रीय समर स्मारक जाकर शहीदों को कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को 76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रीय समर स्मारक जाकर शहीदों को कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान और तीनों रक्षा सेवाओं के प्रमुख भी मौजूद थे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नेतृत्व में…
सफेद कुर्ता-पायजामा के साथ गहरे भूरे रंग का बंद गले का कोट और नारंगी-पीले रंग का बांधनी साफा पहने प्रधानमंत्री ने शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद वहां डिजिटल आगंतुक पुस्तिका में हस्ताक्षर भी किए। इसके बाद प्रधानमंत्री कर्तव्य पथ की ओर रवाना हो गये जहां वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नेतृत्व में गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में शामिल होंगे। भारत आज 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने 25 फरवरी 2019 को राष्ट्रीय समर स्मारक का उद्घाटन कर इसे राष्ट्र को समर्पित किया था। यह स्मारक स्वतंत्रता के बाद से हमारे वीर सैनिकों द्वारा किए गए बलिदान का प्रतीक है। साल 2022 में गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने अमर सपूतों के शौर्य व वीरता का गुणगान करने वाले इस स्मारक पर पहली बार श्रद्धांजलि अर्पित की थी। इससे पहले गणतंत्र दिवस के मौके पर देश के प्रधानमंत्री इंडिया गेट पर बने अमर जवान ज्योति पर श्रद्धांजलि अर्पित किया करते थे।
राष्ट्रीय समर स्मारक में एक शाश्वत ज्योति है जो किसी सैनिक द्वारा अपना कर्तव्य निभाते हुए किए गए सर्वोच्च बलिदान का उदाहरण है और उसे अमर बनाती है।
लुटियन दिल्ली में प्रतिष्ठित इंडिया गेट का निर्माण 1931 में तत्कालीन ब्रिटिश साम्राज्य द्वारा प्रथम विश्व युद्ध और तीसरे एंग्लो-अफगान युद्ध के दौरान भारत के युद्ध-आहत (घातक) को याद करने के लिए किया गया था। अपने जीवन का बलिदान देने वाले 83,000 से अधिक भारतीयों में से, इंडिया गेट में 13,516 के नाम दर्ज हैं, जो पूरे स्मारक पर अंकित है।
इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति के साथ 1971 में भारत-पाकिस्तान युद्ध में भारत की जीत और राष्ट्र के लिए अपने जीवन का बलिदान देने वाले बहादुर सैनिकों के लिए राष्ट्र की श्रद्धांजलि के रूप में जनवरी 1972 को इंडिया गेट की मेहराब के नीचे, उल्टी राइफल पर हेलमेट स्थापित किया गया था।
राष्ट्रीय समर स्मारक की स्थापना के बाद अमर जवान ज्योति 21 जनवरी 2022 को राष्ट्रीय समर स्मारक की शाश्वत ज्योति में विलीन हो गई। विभिन्न अवसरों पर अमर जवान ज्योति पर देशी-विदेशी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा पुष्पांजलि अर्पित की जाती है।
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(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
Published By : Garima Garg
पब्लिश्ड 26 January 2025 at 10:29 IST