अपडेटेड 11 October 2025 at 14:40 IST
दिवाली से पहले किसानों को PM Modi ने दी बड़ी सौगात; 35,440 करोड़ की कृषि योजनाएं लॉन्च, बोले- पिछली सरकारों ने किया था बेहाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार, 11 अक्टूबर को किसानों के हित में एक और बड़ा ऐतिहासिक कदम उठाया। उन्होंने कृषि क्षेत्र में 35,440 करोड़ रुपये की दो बड़ी योजनाओं की शुरुआत की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार, 11 अक्टूबर को किसानों के हित में एक और बड़ा ऐतिहासिक कदम उठाया। उन्होंने कृषि क्षेत्र में 35,440 करोड़ रुपये की दो बड़ी योजनाओं की शुरुआत की। इसमें करीब 24 हजार करोड़ रुपये की 'धन धान्य कृषि योजना' की भी शुरुआत की गई। पीएम मोदी ने नई दिल्ली स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में विशेष कृषि योजना में शिरकत की। कार्यक्रम में पीएम मोदी ने लोकनायक जयप्रकाश की जयंती के अवसर पर जेपी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, आज, 11 अक्टूबर, एक बहुत ही ऐतिहासिक दिन है। आज भारत माता के दो महान रत्नों की जयंती है जिन्होंने इतिहास रच दिया। भारत रत्न जयप्रकाश नारायण और भारत रत्न नानाजी देशमुख, ये दोनों महान सपूत ग्रामीण भारत की आवाज थे, लोकतांत्रिक क्रांति के अग्रदूत थे। वे किसानों और गरीबों के कल्याण के लिए समर्पित थे।
आज, इस ऐतिहासिक दिन पर, देश की आत्मनिर्भरता और किसानों के कल्याण के लिए दो महत्वपूर्ण नई योजनाएं शुरू की जा रही हैं पहली, प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना और दूसरी दलहन आत्मनिर्भरता मिशन। ये दोनों योजनाएं भारत के लाखों किसानों का भाग्य बदल देंगी। सरकार इन योजनाओं पर 35,000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च करने जा रही है।
खेती-किसानी विकास यात्रा का हिस्सा- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, खेती और किसानी हमारी विकास यात्रा का हमेशा से एक अहम हिस्सा रहे हैं। जरूरी है कि समय के साथ-साथ सरकार भी कृषि को पूरा समर्थन देती रहे। लेकिन दुर्भाग्य से, पिछली सरकारों ने खेती-किसानी को उनके हाल पर छोड़ दिया था। उनके पास ना तो कोई दूरदर्शी सोच थी, और ना ही कृषि के लिए कोई ठोस योजना। इसी वजह से देश की कृषि व्यवस्था धीरे-धीरे कमजोर होती चली गई। लेकिन हमारी सरकार ने इस सोच को बदला है। हमने पिछली सरकारों की लापरवाही को खत्म कर, कृषि को देश की प्राथमिकता बनाया है।
उन्होंने आगे कहा, अब लोग कुछ चुनिंदा उपलब्धियों से संतुष्ट नहीं होते अगर हमें एक विकसित राष्ट्र बनना है, तो हमें हर क्षेत्र में लगातार सुधार और तरक्की करनी होगी। इसी सोच से 'प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना' की शुरुआत हुई है। पहले की सरकारों ने देश के किसानों को उनके हाल पर छोड़ दिया था। खेती को समय की जरूरतों के हिसाब से सुधारने की कोई कोशिश नहीं की गई। लेकिन अब हालात बदल रहे हैं अब सरकार किसानों को आत्मनिर्भर और आधुनिक बनाने के लिए पूरी ताकत से काम कर रही है।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 11 October 2025 at 14:40 IST