अपडेटेड 24 April 2025 at 17:31 IST
Pahalgam Attack: पेड़ों पर पहले से पोजिशन लेकर बैठे थे आतंकी? अचानक उतरे और दनादन फायरिंग, हमले का पहला VIDEO आया सामने
आतंकियों के हमले का पहला वीडियो अब सामने आया है जिसमें आतंकी गार्डन के पेड़ों पर पहले से घात लगाकर बैठे थे।
First Video of Pahalgam Firing: मंगलवार (22 अप्रैल ) को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से संबंधित आतंकियों ने मौत का तांडव किया। इस दौरान आतंकियों ने निहत्थे पर्यटकों पर जमकर गोलियां बरसाईं और इसका वीडियो भी बनाया। आतंकियों के हमले का पहला वीडियो अब सामने आया है जिसमें आतंकी गार्डन के पेड़ों पर पहले से घात लगाकर बैठे थे। आतंकियों ने पर्यटकों पर हमले के लिए पहले से पोजिशन ले रखी थी और जैसे ही निहत्थे पर्यटक निश्चिंत होकर गार्डन में घूमने के लिए निकले आतंकियों ने उन पर गोलियां बरसा दीं। इस वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि कैसे आतंकी पेड़ों पर से अचानक उतरे और पर्यटकों पर फायरिंग शुरू कर दी। हालांकि रिपब्लिक भारत इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है लेकिन सोशल मीडिया पर ये वीडियो जमकर वायरल हो रही है।
मंगलवार (22 अप्रैल) को जम्मू-कश्मीर पहलगाम में हुए आंतकी हमले ने पूरे देश को गम और गुस्से में डुबो दिया। इस हमले में 28 निर्दोष लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। मरने वालों में से दो विदेशी पर्यटक भी शामिल थे। कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, और देशभर में शोक की लहर दौड़ गई है। इस हमले के बाद, भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए करारा जवाब देना शुरू कर दिया है। पहलगाम में आतंकी हमले की घटना के बाद पीएम मोदी पहली बार बिहार के मधुबनी में जनसभा को संबोधित किया। वो पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत पंचायती राज दिवस पर मधुबनी पहुंचे थे। यहां पहले तो पीएम मोदी ने पहलगाम में मारे गए लोगों को श्रद्धाजंलि दी फिर खुले मंच से आतंक के खात्मा की कसम खाई। पीएम मोदी ने कहा कि पहलगाम की धरती को जिन आतंकियों को रक्तरंजित किया और जिन्होंने इसकी साजिश रची है उन्हें ऐसी सजा मिलेगी जो उन्होंने कल्पना में भी नहीं सोचा होगा।
हमले से पहले आतंकियों ने की थी कायराना हरकत
पहलगाम टेरर अटैक ने हमले से पहले ये चेक किया कि पर्यटक किस धर्म से हैं। उन्होंने गोली मारने से पहले पुरुषों की पैंट उतरवाई, उनका प्राइवेट पार्ट चेक किया ताकि वो इस बात की तसल्ली कर सकें कि वो जिसकी हत्या करने जा रहे हैं वो पक्का हिन्दू ही हैं। पहले आतंकियों ने पर्यटकों के नाम पूछे और फिर हाथ में कलावा देखा उसके बाद इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया। इन पर्यटकों को शुरुआत में इस बात का पता नहीं था कि वो आतंकी हैं क्योंकि वो सेना की वर्दी में आए थे। आतंकियों ने पर्यटकों की हत्या करने से पहले उनसे कलमा भी पढ़वाया था। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली है।
चश्मदीद ने बताया कैसे खुशी का माहौल भय में बदल गया
तिलक रूपचांदनी नाम के शख्स ने बताया कि वहां पर हंसी - खुशी का माहौल था लेकिन पांच मिनट के बाद ही स्थिति बदल गई और आतंकियों ने पर्यटकों से उनका धर्म पूछकर उन्हें कत्ल करना शुरू कर दिया इसके बाद वहां बहुत डर का माहौल हो गया, लोग गिर रहे थे, कोई पत्थर पर गिर रहा था, कोई नदी पर गिर रहा था, एक दूसरे को उठा रहे थे और चलते जा रहे थे। एक बंदा मेरे बाजू में आया वह बहुत ज्यादा रो रहा था। सिचुएशन कंट्रोल से बाहर थी, मैंने उसे रोका और उसने मुझे बताया कि आतंकवादी में मेरे भाई के सर में गोली मार दी और मैं उनके लिए रुक भी नहीं पाया। लगातार गोलियां चल रही थी काफी देर फायरिंग हुई। पहाड़ उतरते समय मैं एक बार के अलावा दोबारा पीछे मुड़कर देखा ही नहीं,लगातार गोलियों की आवाज सुनकर मेरा दिमाग काम ही नहीं कर रहा था। बस मैं जान बचाकर नीचे आना चाहता था। हम सिर्फ भाग रहे थे। जो लोग घायल थे वह भी भाग रहे थे, कोई रुका नहीं वहां पर, क्योंकि रुकने मतलब पीछे से कहां गोली लग जाए, किसीको नहीं पता, जैसे भी हो वैसे नीचे पहुंचे। लोग गिर रहे थे लेकिन रुक नहीं रहे थे।
Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 24 April 2025 at 16:52 IST