अपडेटेड 6 March 2025 at 16:33 IST

EXCLUSIVE/ यमुना से उड़ेगा प्लेन, 15 मिनट में दिल्ली से पहुंच जाएंगे आगरा ताजमहल; नितिन गडकरी ने बताया प्लान

Nitin Gadkari: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने वाटर एयरप्लेन के लिए अपने दृष्टिकोण को साझा किया और स्पाइसजेट के चेयरमैन अजय सिंह के साथ चर्चा का जिक्र किया।

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केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी | Image: Republic

Nitin Gadkari Republic Plenary Summit 2025: केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने घोषणा की है कि भारत जल्द ही वाटर एयरप्लेन्स शुरू करेगा, जिससे यात्रियों के लिए यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा। रिपब्लिक मीडिया प्लेनरी समिट 2025 में नितिन गडकरी ने कई अहम प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी दी, जिससे भारत की परिवहन दक्षता में सुधार और आर्थिक विकास को बढ़ावा दिया जाएगा।

नितिन गडकरी ने वाटर एयरप्लेन सर्विस के लिए अपने दृष्टिकोण को साझा किया और स्पाइसजेट के चेयरमैन अजय सिंह के साथ चर्चा का जिक्र किया। उन्होंने बताया- 'मेरा सपना था कि भारत में वाटर एयरलाइन शुरू हो। कल स्पाइसजेट के अजय सिंह से बात की। वो 100 वाटर एयरप्लेन खरीदने की योजना बना रहे हैं। जल्द ही ये प्लेन हमारे देश में पानी पर उतरेंगे।' इन प्लेन से मिलने वाले फायदे के बारे में बताते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि ‘यदि आप दिल्ली में यमुना से उड़ान भरते हैं तो आप सिर्फ 15 मिनट में ताजमहल पहुंच सकते हैं। आप स्मारक का दौरा कर सकते हैं और उसी दिन दिल्ली वापस आ सकते हैं।’

भारत का ग्रीन एनर्जी पर जोर- नितिन गडकरी

गडकरी ने भारत के विकास में रिनेबल एनर्जी के महत्व को समझाया और बताया कि कैसे सरकार ने ग्रीन एनर्जी के इस्तेमाल के साथ बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित किया है। नितिन गडकरी बताते हैं- 'आज बिजली के मामले में हमने ग्रीन एनर्जी को प्राथमिकता दी है। सौर ऊर्जा इसका सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। एक समय में सौर ऊर्जा की लागत 6 रुपये प्रति यूनिट थी। आज ये घटकर 2.40 रुपये प्रति यूनिट हो गई है। हमारी पावर बास्केट में हमारी 42 फीसदी एनर्जी ग्रीन सोर्स से आती है।' मंत्री ने कहा कि 2070 तक हम अपनी अधिकांश बिजली ग्रीन एनर्जी से उत्पन्न करने की उम्मीद करते हैं, जो भारत के विकास लक्ष्यों का समर्थन करती है।

उन्होंने विंड और हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर के महत्व पर भी जोर दिया। नितिन गडकरी ने कहा- 'विंड एनर्जी भी महत्वपूर्ण है। सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश जैसे पूर्वोत्तर राज्यों में हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट, जो पहले अटकी हुई थीं, अब हमारी सरकार के तहत गति पकड़ चुकी हैं। हम अब महत्वपूर्ण मात्रा में हाइड्रो पावर पैदा कर रहे हैं। आज भारत के पास अपनी विकास जरुरतों के लिए पर्याप्त बिजली है।'

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Published By : Dalchand Kumar

पब्लिश्ड 6 March 2025 at 14:07 IST