अपडेटेड 16 April 2025 at 16:50 IST

'तुम्हें हथकड़ी में देखना चाहता हूं', नेशनल हेराल्ड का पीड़ित सईद, जिसने करप्शन होते देखा और मोतीलाल वोरा को सुना दी खरी-खरी

जब नेशनल हेराल्ड केस पर हालिया शोर मचा है, उस बीच मोहम्मद सईद सामने आए हैं। उस दौर में मोहम्मद सईद इस प्रेस में बतौर मैनेजर पर काम किया करते थे।

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नेशनल हेराल्ड केस के पीड़ित मोहम्मद सईद | Image: R Bharat

National Herald: नेशनल हेराल्ड केस पर देश में फिर बवाल है, क्योंकि जांच एजेंसियों ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ चार्जशीट दायर की है। गांधी परिवार पर आंच आने से पूरी कांग्रेस सड़कों पर कूद चुकी है और पूरे देश में शोर मचाया जा रहा है। इसी बीच भोपाल में रह रहे मोहम्मद सईद खान को अपने लिए न्याय की किरण दिख रही है। ये मोहम्मद सईद वो शख्स हैं, जो अपनी आंखों के सामने पूरा नेशनल हेराल्ड का भ्रष्टाचार होने का दावा कर रहे हैं। उसके अलावा पूरे घटनाक्रम में मोहम्मद सईद एक पीड़ित भी हैं, क्योंकि उन्हें उस दौर पर बिना सैलरी दिए अचानक निकाल दिया गया था। सईद ने कई दस्तावेज दिखाए।

जब नेशनल हेराल्ड केस पर हालिया शोर मचा है, उस बीच मोहम्मद सईद सामने आए हैं। 1981-82 में नेशनल हेराल्ड को जमीन आवंटित की गई। उस समय कांग्रेस की सरकार थी। सबसे पहले बुधवारा इलाके से दैनिक नवजीवन नाम का अखबार चलता था, जिसमें मोहम्मद सईद डिस्ट्रीब्यूशन का काम देखते थे। 1988 में एमपी नगर क्षेत्र में प्रेस शिफ्ट की गई। जहां से दैनिक नवजीवन नेशनल हेराल्ड और कौमी आवाज नाम के तीन अखबार निकलते थे। 1992 में राजीव गांधी की हत्या के बाद प्रेस का काम ठप्प हो गया। लीज पर दी गई जमीन को कथित रूप से डेवलपमेंट के नाम पर एक प्राइवेट कंपनी गंगा इंटरप्राइजेज को पावर ऑफ अटॉर्नी के तहत दे दिया गया। उसके बाद साल 2001 में इस जमीन को गंगा इंटरप्राइजेज नाम की एक कंपनी को हैंडोवर करने का पत्र जारी हुआ। उस दौर में मोहम्मद सईद इस प्रेस में बतौर मैनेजर पर काम किया करते थे। रिपब्लिक भारत से बातचीत के दौरान मोहम्मद सईद ने कई बातों का खुलासा किया है।

मोहम्मद सईद

मोहम्मद सईद प्रेस शुरू होने से बंद होने तक की कहानी बताई

पूर्व कर्मचारी मोहम्मद सईद प्रेस शुरू होने से उसके बंद होने तक की कहानी भावुक होकर बताते हैं। क्योंकि वो और उनकी तरह के 79 कर्मचारियों को बिना तनख्वाह के अचानक से बाहर कर दिया गया था। वो आज भी सैलरी के साथ पीएफ और ग्रेचुटी की लड़ाई कोर्ट में लड़ रहे हैं। मोहम्मद सईद ने रिपब्लिक भारत के साथ बातचीत में एक बड़ा खुलासा भी किया। उन्होंने बताया कि राहुल और सोनिया गांधी की लापरवाही से पूरा भ्रष्टाचार हुआ। कई बार इनको सच बताने की कोशिश की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। आरोप लगाया कि मोतीलाल वोरा और तमाम नेताओं ने अंधेरे में रखा। मोहम्मद सईद बताते हैं कि जब वो मोतीलाल वोरा से मिले थे तो उनके अंदर इतना गुस्सा था कि उन्होंने कांग्रेस नेता से कहा था कि तुम्हें तो हथकड़ी में देखना चाहता हूं।

मोहम्मद सईद के दस्तावेज (Image: R Bharat)

जमीन के भ्रष्टाचार पर बोले मोहम्मद सईद

पूर्व कर्माचारी मोहम्मद सईद का कहना है कि लीज पर दी गई जमीन को इस तरह से प्राइवेट कंपनी को दे देना सरासर भ्रष्टाचार है। दस्तावेज चीख चीख कर बताते हैं कि किस तरह से लीज की जमीन को प्राइवेट लोगों को बेच दिया गया। आज इस जमीन पर बड़े शॉपिंग मॉल और शोरूम खुले हुए हैं। मोहम्मद सईद का कहना है कि उन्हें उनके हक का पैसा अदा किया जाए क्योंकि वो इतने साल से मुफलिसी में जी रहे हैं।

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Published By : Dalchand Kumar

पब्लिश्ड 16 April 2025 at 16:50 IST