अपडेटेड 12 April 2025 at 07:42 IST
Murshidabad Violence: वक्फ कानून को लेकर फिर सुलगा मुर्शिदाबाद, पथराव और आगजनी से बिगड़े हालात, BSF ने संभाला मोर्चा
मुर्शिदाबाद के जंगीपुर में वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन के बाद इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। अब BSF ने यहां मोर्चा संभाला है।
West Bengal: पश्चिम बंगाल का मुर्शिदाबाद जिला वक्फ कानून को लेकर एक बार फिर सुलग उठा। प्रदर्शनकारियों ने जंगीपुर के सुती और शमशेरगंज इलाके में जमकर उत्पाद मचाया। पथराव और आगजनी की घटना के बाद हालात बेकाबू हो गए। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी। स्थिति इतनी बिगड़ गई की कई इलाकों में BSF जवान को उतारना पड़ा। शुक्रवार देर रात तक सड़कों पर सुरक्षाकर्मी गश्ती करते नजर आए। इलाके में इंटरनेट सेवा का बंद कर दिया गया है।
पुलिस ने बताया कि रैली उस समय हिंसक हो गई जब प्रदर्शनकारी वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ नारे लगाते हुए रघुनाथगंज पुलिस थाने के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग 12 पर उमरपुर क्रॉसिंग से सटे इलाके में पहुंचे। अधिकारी ने बताया कि करीब 100 प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के साथ हाथापाई की और फिर पथराव शुरू कर दिया। इस झड़प में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। कई पुलिस वाहनों में आग लगा दी गई। हालात को काबू करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। अन्य पुलिस थानों से अतिरिक्त बल बुलाया गया।
मुर्शिदाबाद में फिर बिगड़े हालात
बंगाल पुलिस के अनुसार, जंगीपुर के सुती और शमशेरगंज इलाकों में स्थिति अब नियंत्रण में है। पुलिस की प्रभावी कार्रवाई से बेकाबू भीड़ को तितर-बितर कर दिया गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात सामान्य हो गया है। हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उपद्रवियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। गलत सूचना और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हम सभी से अनुरोध करते हैं कि अफवाहों पर ध्यान न दें और शांति बनाए रखें।
निमटीटा रेलवे स्टेशन पर पथराव
मुर्शिदाबाद के जंगीपुर में वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन के बाद इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। यहां BSF जवान को भी उतारा गया है। हिंसा के कारण कई ट्रेनों को डायवर्ट कर दिया गया और कुछ रद्द कर दी गई। शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों ने निमटीटा रेलवे स्टेशन को भी निशान बनाचा था। कुछ प्रदर्शनकारियों ने उग्र प्रदर्शन करते हुए ट्रेन पर पत्थर फेंके। हिंसा के बाद धुलियानगंगा और निमटीटा रेलवे स्टेशन के बीच ट्रेन सेवा बाधित हो गई।
राज्यपाल ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से की बात
हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने चिंता जताई और कहा कि मुझे बंगाल के कुछ हिस्सों में कुछ लोगों द्वारा कानून-व्यवस्था को अपने हाथ में लेने की परेशान करने वाली खबरें मिल रही हैं। लोकतंत्र में विरोध का स्वागत है, लेकिन हिंसा का नहीं। विरोध के नाम पर सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ा नहीं जा सकता और लोगों के जीवन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बंगाल के कुछ हिस्सों में कुछ उपद्रव होने की सूचना मिलने पर मेरे और मुख्यमंत्री के बीच गोपनीय चर्चा हुई।
Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 12 April 2025 at 07:21 IST