अपडेटेड 13 December 2025 at 12:22 IST
ग्रेटर नोएडा में भीषण हादसा, एक्सप्रेस-वे पर एक साथ टकराईं कई गाड़ियां; VIDEO देखकर कांप उठेगी रूह
घने कोहरे की वजह से उत्तर प्रदेश के बम्बावर गांव के पास ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर कई गाड़ियां आपस में टकरा गईं।
घने कोहरे की वजह से उत्तर प्रदेश के बम्बावर गांव के पास ग्रेटर नोएडा के ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर कई गाड़ियां टकरा गईं। इस घटना में कई लोग घायल हो गए हैं।
आपको बता दें कि घटना की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और क्षतिग्रस्त वाहनों को हाईवे से हटाया गया। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सुबह 8 बजे 393 AQI
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस घटना की जांच कर रही है और अभी ट्रैफिक में रुकावट है। यह हादसा शनिवार सुबह दिल्ली की एयर क्वालिटी के तेजी से खराब होने के बाद हुआ।
आपको बता दें कि सुबह करीब 8 बजे ओवरऑल एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 393 रिकॉर्ड किया गया, जिससे यह 'बहुत खराब' कैटेगरी में आ गया। यह शुक्रवार को देखी गई खराब एयर क्वालिटी की स्थिति का ही नतीजा था। नेशनल कैपिटल के कई हिस्से जहरीले स्मॉग की घनी परत में लिपटे रहे। इससे विजिबिलिटी पर बहुत असर पड़ा और लोगों को परेशानी हुई।
AQI कैटेगरी के अनुसार, 0-50 'अच्छा', 51-100 'संतोषजनक', 101-200 'मध्यम', 201-300 'खराब', 301-400 'बहुत खराब', और 401-500 'गंभीर' है।
इससे पहले शुक्रवार को, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि उनकी सरकार कैपिटल में प्रदूषण को असरदार और लगातार कंट्रोल करने के लिए कई मोर्चों पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि धूल प्रदूषण को खत्म करना सरकार की टॉप प्रायोरिटी में से एक है। इस लक्ष्य को पाने के लिए, पूरी दिल्ली में तेज रफ्तार से सड़कें बनाई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ऑफिस (CMO) के मुताबिक, CM गुप्ता ने कहा कि सड़क बनाने में कोई रुकावट न आए, यह पक्का करने के लिए MLA को कई करोड़ रुपये का अच्छा-खासा फंड दिया गया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सिर्फ सरकारी कोशिशों से पॉल्यूशन कंट्रोल नहीं किया जा सकता; लोगों की एक्टिव हिस्सेदारी भी उतनी ही जरूरी है।
उड़ती धूल दिल्ली में पॉल्यूशन का एक बड़ा कारण
CM रेखा गुप्ता ने आगे कहा कि उड़ती धूल दिल्ली में पॉल्यूशन का एक बड़ा कारण है; इसलिए, सड़क के किनारों पर लंबे समय तक धूल कंट्रोल पक्का करने के लिए वॉल-टू-वॉल सड़कें एक असरदार तरीका हैं। उन्होंने MLA को यह पक्का करने का निर्देश दिया कि सभी नए कंस्ट्रक्शन या रिपेयर के काम वॉल-टू-वॉल रोड मॉडल का सख्ती से पालन करें। उन्होंने यह भी साफ किया कि अगर इस काम के लिए और फंड की जरूरत होगी, तो वह तुरंत दिया जाएगा।
Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 13 December 2025 at 11:51 IST