अपडेटेड 30 April 2025 at 13:55 IST
BREAKING: भारत-पाक तनाव के बीच मोदी सरकार का बड़ा फैसला, सुरक्षा सलाहकार बोर्ड का किया पुनर्गठन, RAW प्रमुख के हाथ में कमान
भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड का पुनर्गठन किया है। पूर्व R&AW प्रमुख आलोक जोशी को इस बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी जारी है। भारत सरकार आतंक के खात्मे के लिए बड़े एक्शन की तैयारी में हैं। नई दिल्ली में बैठकों का दौर जारी है। इस बीच देश की रणनीतिक सलाहकार समिति को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड (NSAB) का पुनर्गठन किया है। बोर्ड में सशस्त्र बलों, खुफिया, विदेश सेवा और पुलिस के कई हाई-प्रोफाइल पूर्व शीर्ष अधिकारियों को भी शामिल किया गया है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने की तैयारी में है। राजधानी दिल्ली में बैठकों का सिलसिला जारी है। PM मोदी के एक्शन को लेकर हर किसी की नजर टिकी है। PM मोदी CCS की बैठक के बाद गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ अलग से मीटिंग कर रहे हैं। इस बीच मोदी सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड का पुनर्गठन
सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड का पुनर्गठन किया है। पूर्व R&AW प्रमुख आलोक जोशी को इस बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। वहीं, पूर्व पश्चिमी एयर कमांडर एयर मार्शल पी.एम. सिन्हा, पूर्व दक्षिणी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल ए.के. सिंह और रियर एडमिरल मोंटी खन्ना सैन्य सेवाओं से सेवानिवृत्त अधिकारी को बोर्ड में शामिल किया गया है। राजीव रंजन वर्मा और मनमोहन सिंह भारतीय पुलिस सेवा से सेवानिवृत्त दो सदस्य हैं। सात सदस्यीय बोर्ड में बी. वेंकटेश वर्मा सेवानिवृत्त IFS भी हैं।
कौन हैं आलोक जोशी जिन्हें मिली बड़ी जिम्मेदारी?
लंबे समय तक रिसर्च एंड एनालिसिस विंग(R&AW) का नेतृत्व करने वाले आलोक जोशी को NSAB का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। जोशी 1976 बैच के हरियाणा कैडर के IPS अधिकारी हैं। लखनऊ से आने वाले जोशी ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से स्नातक की उपाधि प्राप्त की, राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की और फिर 1976 में भारतीय पुलिस सेवा (IPS) हरियाणा कैडर में शामिल हुए।
इन दो बड़े नामों को भी NSAB में मिली जगह
आलोक जोशी 1976 में हरियाणा कैडर में नियमित भर्ती (RR) के रूप में कमीशन प्राप्त करने के बाद अपने शुरुआती पेशेवर दिनों में वेस्ट यॉर्कशायर पुलिस प्रशिक्षण और विकास केंद्र यूके से कमांड कोर्स पूरा किया। जोशी के पास दिल्ली के हिंदू कॉलेज से राजनीति विज्ञान में मास्टर डिग्री है। उन्होंने नेपाल में R&AW के स्टेशन प्रमुख के रूप में काम किया था और आतंकवाद विरोधी मुद्दों को भी संभाला था। 2018 में जोशी की अध्यक्षता के दौरान देहरादून में भारत के पहले ड्रोन एप्लीकेशन रिसर्च सेंटर और साइबर सुरक्षा केंद्र का उद्घाटन किया गया। इस फेरबदल में दो अनुभवी पुलिस अधिकारियों- राजीव रंजन वर्मा और मनमोहन सिंह को भी शामिल किया गया है। ये दोनों सेवानिवृत्त भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी हैं।
Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 30 April 2025 at 13:33 IST