अपडेटेड 17 March 2025 at 12:56 IST
वक्फ बिल के खिलाफ मुस्लिम कर रहे थे जंतर-मंतर पर प्रोटेस्ट, इधर पहुंचा मेरठ का हिंदू कार्यकर्ता; बोला- मर जाऊंगा,हिलूंगा नहीं
वक्फ विधेयक के विरोध में मुस्लिम जंतर-मंतर पर प्रोटेस्ट करने आए हैं, लेकिन यहां मेरठ का सचिन सिरोही सरकार के पक्ष में प्रदर्शन करने पहुंचा है।
Jantar Mantar Protest: वक्फ विधेयक के विरोध में मुस्लिम अब प्रोटेस्ट पर उतर आए हैं। दिल्ली के जंतर-मंतर पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) की अगुवाई में प्रोटेस्ट है, जिसमें हैदराबाद के सांसद और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी शामिल हुए। हालांकि यहां एक वाकया ऐसा देखा गया जब मेरठ से आया एक हिंदू कार्यकर्ता जंतर-मंतर पर वक्फ विधेयक के समर्थन में प्रोटेस्ट करने आया।
मेरठ से आए इस हिंदू संगठन के कार्यकर्ता का नाम सचिन सिरोही बताया गया है। सचिन ने जंतर-मंतर पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया। हिंदू कार्यकर्ता सचिन सिरोही ने कहा- 'देश संविधान से चलेगा। विपक्ष ये क्या ड्रामा कर रहा है? उन्हें सरकार की बात सुननी चाहिए।'
हिंदुओं ने चूड़ियां नहीं पहनी हैं- सचिन सिरोही
सचिन सिरोही को पुलिस ने AIMPLB के प्रोटेस्ट की तरफ जाने से रोका तो उन्होंने वहीं सड़क पर बैठकर अपना विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। मीडिया से बात करते हुए मेरठ के कार्यकर्ता ने कहा कि हमें उम्मीद है कि पीएम मोदी और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी ये कानून (वक्फ संशोधन विधेयक) लाएंगे। सचिन अपने बयान में कहते हैं- 'ये सनातनियों का देश है। हम इसके लिए जान दे देंगे। हम आज यहां मरने-कटने आए हैं।' सचिन सिरोही ने जंतर-मंतर पर हनुमान चालीसा पढ़ने की भी बात कही।
अपने बयान में सचिन सिरोही कहते हैं- 'हिंदुओं ने चूड़ियां नहीं पहनी हैं। अकेला आया हूं यहां मार दो-काट दो। मैं मर जाऊंगा, लेकिन यहां से हिलूंगा नहीं। मुझे जेल भेज दो, मैं जाने को भी तैयार हूं।' सचिन ने कहा कि ये लोग (AIMPLB) के विरोध में प्रोटेस्ट कर रहे हैं, लेकिन मैं सरकार के पक्ष में बात करने आया हूं।' सचिन ने ये भी कहा कि मैं यहां बवाल करने नहीं आया हूं, मैं यहां अपना विरोध व्यक्त करने आया हूं। सचिन सिरोही ने ये भी आरोप लगाए कि ये (AIMPLB समर्थक) यहां दंगा भड़काने आए हैं।
वक्फ विधेयक क्या है पूरा विवाद?
केंद्र सरकार वक्फ बोर्ड में संशोधन को लेकर विधेयक संसद से पारित कराने की कोशिश में है। सत्तापक्ष कहता है कि वक्फ विधेयक का उद्देश्य वक्फ अधिनियम 1995 में संशोधन करना है, ताकि वक्फ संपत्तियों के विनियमन और प्रबंधन में आने वाली समस्याओं और चुनौतियों का समाधान किया जा सके। हालांकि मुस्लिम पक्ष इसके अपने खिलाफ मानता है। मुस्लिम पक्ष कहता है कि हमारे अधिकारों को छीना जा रहा है। इसी क्रम में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने सोमवार को जंतर-मंतर पर वक्फ संशोधन विधेयक 2024 के खिलाफ अपना विरोध प्रदर्शन शुरू किया।
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 17 March 2025 at 12:56 IST