अपडेटेड 12 June 2025 at 19:52 IST

Air India Plane Crash: Mayday कॉल, 600 फीट की ऊपर हवा में प्लेन फिर भी लैंडिंग गियर डाउन क्यों? अहमदाबाद विमान हादसे पर बोले पूर्व पायलट

Air India Plane Crash: अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर से उड़ान भरने वाले AIR INDIA के विमान AI-171 के हादसे का शिकार हो गया। हादसे के समय 242 यात्री और चालक दल के सदस्य सवार थे। इनमें से 169 भारतीय नागरिक, 53 ब्रिटिश नागरिक, 1 कनाडाई नागरिक और 7 पुर्तगाली नागरिक थे।

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Former pilot Ehsan Khalid | Image: ANI

एयर इंडिया विमान हादसे पर पूर्व पायलट एहसान खालिद ने बताया कि यह बहुत ही दर्दनाक हादसा है। इस हादसे में क्या हुआ होगा यह तो फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर या कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर से पता चलेगा लेकिन जो विजुअल्स आ रहे हैं उसे एक चीज साफ नजर आ रही है एयरक्राफ्ट फ्लाई कर रहा था और फ्लाई करते हुए ग्राउंड पर गिरा है। इसका मतलब हवा में कोई एक्सप्लोजन नहीं हुआ है।

खालिद बताते हैं कि एक चीज बहुत क्लियर है कि वेदर इतना हार्स वेदर नहीं था जो की कंट्रीब्यूटरी फैक्टर हो सकता है। तस्वीरों को देखकर लगता है कि एयरक्राफ्ट लॉस ऑफ पावर है, वह लॉस ऑफ पावर एक इंजन में है या दोनों इंजन में यह कहना बहुत मुश्किल होगा लेकिन जो भी पावर था वह प्लेन को हवा में उड़ने के लिए काफी नहीं था। यह जो लॉस ऑफ पावर है अगर हम इसको दो भागों में बांटे तो एक तो है टेक्निकल यह बहुत रेयर होता है कि दोनों इंजनों का लॉस ऑफ पावर एक साथ हो जाए। वर्ड हिट से एक साथ दोनों इंजन का पावर ऑफ हो जाए, वह भी 1 मिनट के अंदर, यह बहुत ही रेयर है।

क्या बर्ड इतने ज्यादा थे कि दोनों इंजन एक साथ खत्म कर दे- एहसान खालिद, पूर्व पायलट

पूर्व पायलट ने कहा कि ऐसा टैक्नीकल क्या हो सकता है जो दोनों इंजन के पावर को एक साथ लॉस कर सकता है? क्या इतने बड़ी बर्ड एक्टिविटी वहां पर थी, क्या बर्ड इतने ज्यादा थे कि बोइंग 787 जैसे बड़े जहाज के दोनों इंजन एक साथ खत्म कर सकते हैं, ऐसा लगता तो नहीं है लेकिन हां इसकी संभावना हो सकती है।

जहाज 600 फीट ऊपर फिर लैंडिंग गियर डाउन क्यों- एहसान खालिद, पूर्व पायलट

अभी खबर यह है पायलट ने Mayday कॉल दिया था इसका मतलब यह है जो भी फैलियर था पायलट के कॉकपिट में दिखा था, अगर वह दिखा था इसका मतलब वह टेक्निकल उसमें फॉल्ट नजर आया और उसको यह लोग कॉम्बैट करते हुए एयरबोन हुए। जो चीज मुझे समझ नहीं आ रही है उनका लैंडिंग गियर क्यों डाउन था? क्या फ्लेक्स के पोजीशन जिस पर कि परफॉर्मेंस कैलकुलेट किया गया था, फ्लेक्स विंग के पीछे एक डिवाइस होता है जो लिफ्ट को बढ़ाता है, जब एयरक्राफ्ट टेक ऑफ करता है। जब फ्लेक्स टेकऑफ पर होता है, लैंडिंग गियर डाउन होता है, जैसे एयरबोन होता है तो लैंडिंग गियर अप किया जाता है, वह 30 से 50 फीट के ऊपर में लैंडिंग गियर को अप करने की कार्यवाही शुरू की जाती है। इस केस में लैंडिंग गियर डाउन है। अब टेक्निकल फॉल्ट के साथ अगर कोई मिक्सचर ऑफ पायलट एक्शन हुआ है, कॉकपिट में तो वह सीबीआर और एफडीआर ही बताएगा लेकिन जो अभी नजर आ रहा है कि पायलट इन कमांड जो कंट्रोल पर थे वह जब उड़ने की कोशिश कर रहे हैं तो उसमें दिख रहा है कि या तो प्लान के पास सफिशिएंट पावर नहीं था या फिर सफिशिएंट और स्पीड नहीं थी।

एक प्रॉब्लम थी या मल्टीप्ल प्रॉब्लम, जांच में पता चलेगा- एहसान खालिद, पूर्व पायलट

पूर्व पायलट खालिद ने बताया कि अगर जहाज बहुत स्लो है और फ्लेक्स अप हैं तो जहाज फ्लाई नहीं कर पाएगा और दूसरा तरीका यह है कि और सभी चीज सही और पावर नहीं है एयरक्राफ्ट फ्लाई नहीं कर पाएगा। किसी भी तरह की कयास लगाना पायलेट्स के साथ अन्याय होगा। अब कैसी स्थिति रही होगी पायलट के नजरिये से कि पायलट जहाज को उड़ने की कोशिश कर रहा है और वह जहाज नीचे की तरफ आ रहा है और पायलट को यह पता नहीं चल रहा है कि यह हो क्यों रहा है? क्या इंजंस पावर डेवलप नहीं कर रहे हैं, यह बहुत ही मुश्किल हालात है। इस चीज का अनुमान करना बहुत बड़ा सवाल है कि लैंडिंग गेयर ऊपर क्यों नहीं था? खबर यह है कि जहाज 600 फीट तक ऊपर गया, 600 फीट की ऊंचाई तक लैंडिंग गियर ऊपर होने चाहिए थे, क्या फ्लेक्स अपनी जगह पर था, यह सभी जांच का विषय है। किसी को भी बढ़ा-चढ़ाकर बात करने की जरूरत नहीं है। वेदर, टेंपरेचर, रनवे, यह सभी चीज इंजन पावर के कंफीग्रेशन पर डिपेंड करता है। इंजन पावर टेक्निकल खराब हो सकता है, इंजन पावर बर्ड हिट की वजह से भी जा सकती है और एयरक्राफ्ट का कंफीग्रेशन पायलट के हाथ में होता है क्या एक प्रॉब्लम थी या मल्टीप्ल प्रॉब्लम थी अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है।

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Published By : Deepak Gupta

पब्लिश्ड 12 June 2025 at 19:52 IST