अपडेटेड 7 October 2025 at 13:47 IST
'जहरीले' कफ सिरप Coldrif से बच्चों की मौत का आंकड़ा बढ़ा, कई राज्यों ने लगाया बैन, CBI जांच की भी उठी मांग; सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला
Cough Syrup Deaths: कोल्ड्रिफ कफ सिरप से बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। MP के छिंदवाड़ा और राजस्थान में ये कफ सिरप कई बच्चों की मौत की वजह बना। इसके चलते इसे कई राज्यों में बैन कर दिया गया है।
Coldrif Cough Syrup: 'जहरीले' कफ सिरप कोल्ड्रिफ से बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। अकेले मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में इसने अबतक 15 मासूमों की जिंदगियां लील ली हैं। कफ सिरप से मौत का कुल आंकड़ा 17 पहुंच गया। कफ सिरप से बच्चों की मौत का मामला सुप्रीम कोर्ट जा पहुंचा है। इसके अलावा कई राज्यों में जहरीले सिरप को बैन भी कर दिया गया।
अब पंजाब में भी बैन हुआ Coldrif कफ सिरप
अब पंजाब में भी कोल्ड्रिफ कफ सिरप पर बैन लगा दिया है। पंजाब की भगवंत मान सरकार ने सिरप की बिक्री, वितरण और इस्तेमाल पर तत्काल प्रभाव से पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसको लेकर पंजाब फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) के संयुक्त आयुक्त (ड्रग्स) ने सभी दवा विक्रेताओं, थोक व्यापारियों और मेडिकल स्टोर्स को सख्त निर्देश दिए हैं। इसके तहत मौजूदा स्टॉक को तुरंत सील कर एफडीए को रिपोर्ट करना होगा। जउल्लंघन करने वालों के खिलाफ ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई।
पंजाब से पहले मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश समेत और भी कई राज्यों में कोल्ड्रिफ कफ सिरप पर बैन लगा दिया गया है।
सुप्रीम कोर्ट में दायर हुई जनहित याचिका
दूसरी तरफ कफ सिरप से बच्चों की मौत का मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया है। मामले में CBI जांच की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है। वकील विशाल तिवारी ने याचिका में मांग की है कि इस मामले की गहन जांच राष्ट्रीय न्यायिक आयोग या सीबीआई के जरिए विशेषज्ञों की समिति बनाकर कराई जाए। जांच की निगरानी सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज करें। याचिका में यह भी मांग की गई कि पूरे देश में दूषित (जानलेवा) कफ सिरप प्रतिबंधित की जानी चाहिए।
रिपोर्ट में हुआ ये खुलासा
मामले में एक जांच रिपोर्ट भी सामने आई, जिसमें खुलासा हुआ कि कोल्ड्रिफ कफ सिरप में डायएथिलीन ग्लाइकोल की मात्रा 48.6% थी, जो महज 0.1 प्रतिशत होना चाहिए।
डॉक्टर गिरफ्तार, कंपनी पर केस दर्ज
खांसी में दिया जाने वाला कोल्ड्रिफ कफ सिरप बच्चों की मौत की वजह बन गया है। इसे तमिलनाडु की 'श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स' में बनाया जा रहा था। छिंदवाड़ा में बच्चों की हुई मौत मामले में जिस डॉक्टर प्रवीण सोनी ने इस कफ सिरप को लिखा था, उन्हें गिरफ्तार कर निलंबित कर दिया गया है। तमिलनाडु की कंपनी पर FIR भी दर्ज हुई। पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए 12 सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है।
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Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 7 October 2025 at 13:47 IST