अपडेटेड 1 November 2025 at 21:52 IST
ममता कुलकर्णी दाऊद इब्राहिम की भेजी हुई कठपुतली, धर्म की आड़ में करने वाली है बड़ा खेल...जगतगुरु हिमांगी सखी ने किया बड़ा खुलासा
फिल्म अभिनेत्री रह चुकीं और अब स्वयंभू महामंडलेश्वर बनीं ममता कुलकर्णी उर्फ ममता नंद गिरि ने गोरखपुर में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को लेकर बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था उसने कोई बम ब्लास्ट नहीं किया, वह आतंकी नहीं है।
फिल्म अभिनेत्री रह चुकीं और अब स्वयंभू महामंडलेश्वर बनीं ममता कुलकर्णी उर्फ ममता नंद गिरि ने गोरखपुर में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को लेकर बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था उसने कोई बम ब्लास्ट नहीं किया, वह आतंकी नहीं है। इस बयान के बाद हंगामा मच गया है। धार्मिक जगत में भारी नाराजगी फैल गई है। वैष्णव अखाड़े से जुड़ी जगतगुरु हिमांगी सखी ने ममता नंद गिरि के इस बयान पर तीखा विरोध दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि भगवा वस्त्र धारण कर आतंकवादियों के समर्थन में टिप्पणी करना निंदनीय है। उनका आरोप है कि ममता नंद गिरि को दीक्षा और महामंडलेश्वर की उपाधि अनुचित तरीके से दी गई थी, जिस पर उन्होंने पहले भी आपत्ति जताई थी।
उनका कहना है कि ममता कुलकर्णी अपने आपको महामंडलेश्वर बोल रही हैं। ये लोग सनातन धर्म के साथ क्या खेल करने वाले हैं, कोई नहीं जानता। ये दाऊद इब्राहिम की भेजी हुई कठपुतली है। इनकी खुद भी आतंकवादी गतिविधियां होंगी। इसकी जांच होनी चाहिए। हिमांगी सखी ने कहा कि इस तरह के बयान धर्म और समाज दोनों के लिए अपमानजनक हैं। उन्होंने मुंबई पुलिस से तुरंत कार्रवाई की मांग की और कहा कि ऐसे व्यक्तियों को कानून के दायरे में लाया जाना चाहिए। साथ ही, उन्होंने अखाड़ा परिषद से भी आग्रह किया कि फर्जी अखाड़ों और गुमराह करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
जगतगुरु हिमांगी सखी ने की जांच की मांग
जगतगुरु हिमांगी सखी ने यह भी आरोप लगाया कि ममता नंद गिरि और उनके गुरु लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के तार अतीत में विवादित गतिविधियों और संदिग्ध व्यक्तियों से जुड़े रहे हैं। उन्होंने इस संबंध में इंटरनल ब्यूरो (IB) और विशेष जांच टीम (SIT) से निष्पक्ष जांच की मांग की है ताकि पूरे मामले की सच्चाई सामने आ सके। वहीं, धार्मिक समुदाय के कुछ अन्य प्रतिनिधियों ने भी हिमांगी सखी के बयान का समर्थन करते हुए कहा है कि किसी भी धार्मिक व्यक्ति को आतंकवाद से जुड़े लोगों के पक्ष में बयान देने से बचना चाहिए, क्योंकि यह न केवल धर्म की छवि को धूमिल करता है, बल्कि समाज में भ्रम भी फैलाता है।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 1 November 2025 at 21:43 IST