अपडेटेड 25 November 2025 at 23:31 IST

Chhattisgarh में वो जगह, जहां नीचे से ऊपर की ओर बहता है पानी; भूतिया या कुदरती करिश्मा कहकर बुलाते थे लोग, क्या है रहस्य?

सरगुजा जिले का मैनपाट एक फेमस हिल स्टेशन है, जिसे छत्तीसगढ़ का शिमला भी कहा जाता है। यहां के प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में से एक 'उल्टा पानी' है।

Follow :  
×

Share


छत्तीसगढ़ का 'उल्टा पानी' | Image: X

सरगुजा जिले का मैनपाट एक फेमस हिल स्टेशन है, जिसे छत्तीसगढ़ का शिमला भी कहा जाता है। यहां के प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में से एक 'उल्टा पानी' है। आपको बता दें कि इस स्थान पर पानी की धारा ऊपर से नीचे की तरफ नहीं, बल्कि नीचे से ऊपर की तरफ बहती है।

इतना ही नहीं, न्यूट्रल में पार्क की गई गाड़ी भी यहां पर 100 मीटर से ज्यादा दूरी तक ऊपर की तरफ स्लाइड कर सकती है। इसका मतलब है कि यहां पर गाड़ी के पहाड़ी से नीचे गिरने का खतरा नहीं, बल्कि ऊपर की तरफ जाने का खतरा ज्यादा रहता है।

इस घटना का कारण क्या है?

मैनपाट के स्थानीय लोग कई सालों तक इस घटना को 'भूतिया' बताया करते थे। कहा जाता था कि इस स्थान पर आत्मा का निवास है, या कोई कुदरत का करिश्मा है। हालांकि, वैज्ञानिकों की मानें तो इस स्थान पर गुरुत्वाकर्षण बल यानी Gravity से ज्यादा असरदार मैग्नेटिक फील्ड है। इसकी वजह से पानी या कोई वाहन नीचे की तरफ नहीं, बल्कि ऊपर की तरफ खिंचता है।

आपको बता दें कि वैज्ञानिकों ने ये भी बताया है कि मैनपाट अकेला ऐसा स्थान नहीं है, जहां पर ऐसी स्थिति देखने को मिलती है। मैनपाट के साथ-साथ देशभर में कुल 5 स्थान ऐसे हैं, जहां पर मैग्नेटिक फील्ड ज्यादा ताकतवर है। इनमें लेह (लद्दाख), तुलसी श्याम अमरेली (गुजरात), कालो डुंगर कच्छ (गुजरात), जोगेश्वरी विकरौली लिंक रोड (मुंबई) और उल्टापानी, मैनपाट (छत्तीसगढ़) शामिल हैं।

उल्टा पानी देखने के लिए कहां जाएं?

उल्टा पानी देखने के लिए सबसे पहले आपको अंबिकापुर से 40 किमी दूर और मैनपाट से 9 किमी दूर बसे बिसरपानी नाम के गांव में जाना होगा। यहां पर आपको एक छोटा सा पत्थर दिखेगा, जिससे निकलने वाला पानी नीचे ढलान की तरफ नहीं, बल्कि उल्टी दिशा में  ऊपर की ओर बहता है।

आपको बता दें कि मैनपाट में आप टाइगर प्वाइंट, मेहता प्वाइंट, दलदली, फिश प्वाइंट जैसे प्रसिद्ध स्थानों का लुत्फ उठा सकते हैं। मैनपाट का प्राकृतिक सौंदर्य इतना मनमोहक है कि वहां से जाने के बाद भी लोगों का मन वहीं ठहर जाता है। पर्यटक सालभर यहां घूमने के लिए आते हैं।

ये भी पढ़ेंः राबड़ी देवी को घर खाली करने का मिला नोटिस, तो रोहिणी आचार्य का छलका दर्द

Published By : Kunal Verma

पब्लिश्ड 25 November 2025 at 21:59 IST