अपडेटेड 19 February 2025 at 11:40 IST
स्वतंत्रता सेनानी का अपमान... रील बनाने के लिए दो मुस्लिम लड़कियों ने रानी अवंती बाई की प्रतिमा को मारे थप्पड़- VIDEO
मध्य प्रदेश में अशोकनगर के मुंगावली में दो लड़कियों ने रानी अवंति बाई लोधी की प्रतिमा को थप्पड़ मारा था, अब वह न्यायिक हिरासत में हैं।
Muslim Girls slapped Freedom Fighter : मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले के मुंगावली में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रानी अवंति बाई लोधी की प्रतिमा को दो लड़कियों ने थप्पड़ मारकर मारपीट की। हालांकि दो लड़कियां, जिन्होंने रानी अवंति बाई लोधी की प्रतिमा को थप्पड़ मारा था, अब वह न्यायिक हिरासत में हैं। इन लड़कियों ने यह कृत्य सोशल मीडिया पर फेमस होने के लिए किया था।
दोनों लड़कियां मुस्लिम समुदाय से हैं, जिन्होंने प्रतिमा पर हमला किया था। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मुंगावली थाना क्षेत्र की पुलिस ने मामला दर्ज किया। वीडियो वायरल होने के बाद, पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों लड़कियों के खिलाफ मामला दर्ज किया और उन्हें गिरफ्तार किया। अशोकनगर जिले के मुंगावली में यह घटना सामाजिक मीडिया के प्रभाव और इसके दुरुपयोग की एक चेतावनी के तौर पर सामने आई है।
लोधी समाज में नाराजगी
इस मामले में ज्ञान सिंह लोधी (लोधी समाज ब्लॉक अध्यक्ष) ने मुंगावली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा कि महारानी अवंती लोधी समाज की एक महान स्वतंत्रता सेनानी थीं और समाज की प्रतिष्ठित आदर्श थीं। इस घटना से लोधी समाज की भावनाएं आहत हुई हैं और समाज में गहरा आक्रोश उत्पन्न हुआ है। उन्होंने पुलिस से तत्काल कार्रवाई की मांग की थी।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए धारा 196 (ख) के तहत धार्मिक भावनाओं को आघात पहुंचाने का केस दर्ज किया। मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस ने वीडियो में नजर आ रही दोनों लड़कियों को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि लड़कियों ने रील के चक्कर में ऐसा किया है।
कौन थीं रानी अवंती बाई लोधी ?
रानी अवंती बाई लोधी भारत के स्वतंत्रता संग्राम की एक प्रमुख महिला योद्धा थीं। वह मध्य प्रदेश के रामगढ़ रियासत (वर्तमान में झांसी जिले में) की रानी थीं। उनके पति राजा विक्रमजीत सिंह की मृत्यु के बाद, अवंती बाई ने राज्य की रक्षा का जिम्मा संभाला और 1857 के विद्रोह के दौरान ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ लड़ाई लड़ी।
- स्वतंत्रता संग्राम: रानी अवंती बाई ने अंग्रेजों के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह में भाग लिया और रामगढ़ को ब्रिटिश हमलों से बचाने की कोशिश की।
- बलिदान: 1858 में एक लड़ाई के दौरान, रानी अवंती बाई लोधी शहीद हो गईं। उनकी वीर गाथा और साहस को भारतीय इतिहास में एक महान नायिका के रूप में याद किया जाता है।
- उनके नाम पर कई स्मारक, स्कूल और संस्थान स्थापित किए गए हैं, जो उनके बलिदान और उनके द्वारा दिखाए गए साहस को श्रद्धांजलि देते हैं।
- रानी अवंती बाई लोधी को उनकी देशभक्ति और वीरता के लिए आज भी सम्मानित किया जाता है और उनकी कहानी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में महिलाओं के योगदान का एक बड़ा उदाहरण है।
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Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 19 February 2025 at 10:56 IST