अपडेटेड 7 August 2025 at 19:53 IST
MP: सोने के खजाने पर बैठा है जबलपुर, इस गांव की चमकेगी किस्मत, हर शख्स हो जाएगा अमीर; खुदाई हुई तो मिलेगा कई टन Gold
India Gold Mines: मिनिस्ट्री ऑफ माइंस के अनुसार, कर्नाटक, झारखंड, आंध्र प्रदेश, राजस्थान के साथ-साथ 9 राज्यों में भी सोने का भंडार है। इसके बाद अब एक राज्य का और नाम सामने आ रहा है जहां लाखों टन का सोना मिलेगा है, जो इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को बदल सकता है।
Madhya Pradesh Gold News: मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक महत्वपूर्ण खोज हुई है, जिससे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में नई संभावनाएं खुल गई हैं। दरअसल, महगवां केवलारी गांव में सोने का विशाल भंडार मिलने की पुष्टि हुई है। भूवैज्ञानिकों ने सालों की गहन सर्वे और अनुसंधान के बाद यहां 100 हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में फैले सोने की खान की पहचान की है। मिनिस्ट्री ऑफ माइंस के अनुसार अभी तक कर्नाटक, झारखंड, आंध्र प्रदेश, राजस्थान के साथ-साथ 9 राज्यों में सोने का भंडार है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यहां कई टन सोना छिपा हो सकता है, जिसकी खुदाई से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई दिशा मिल सकती है। क्योंकि जबलपुर पहले से ही आयरन, मैंगनीज, बॉक्साइट और संगमरमर जैसे खनिजों के लिए प्रसिद्ध रहा है, लेकिन अब सोने की खोज ने इस क्षेत्र को और भी अहम बना दिया है।
भारत की आर्थिक स्थिति मजबूत कर सकता है जबलपुर
इस खोज से न सिर्फ जबलपुर बल्कि पूरे मध्य प्रदेश के लिए आर्थिक प्रगति का मील का पत्थर साबित हो सकती है। आने वाले वक्त में यह क्षेत्र न सिर्फ खनन हब बनेगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय खनिज बाजार में भारत की स्थिति को और भी मजबूत कर सकता है। सरकार और वैज्ञानिकों की निगरानी में क्षेत्र फिलहाल इस क्षेत्र में आगे की खुदाई और मूल्यांकन की प्रक्रिया पर वैज्ञानिकों और सरकारी अधिकारियों की पैनी नजर है। यदि सब कुछ योजना के अनुसार चला, तो महगवां केवलारी गांव जल्द ही भारत के प्रमुख स्वर्ण उत्पादक क्षेत्रों में शामिल हो सकता है।
पूर्व सरपंच बोले- हमारे गांव की किस्मत बदलेगी
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, वहीं ग्राम पंचायत बेला के पूर्व सरपंच सुभाष पटेल का कहना है कि मैंने अपने कार्यकाल में इस क्षेत्र की विशेषताओं पर ध्यान दिलाया था। अब जब सोने की पुष्टि हुई है तो यह गांव और आसपास के क्षेत्रों की तस्वीर बदल सकती है। वहीं गांव के वर्तमान सरपंच रामराज पटेल का कहना है कि हमारे गांव की किस्मत अब बदलने जा रही है। हम चाहते हैं कि सरकार यहां खनन के साथ-साथ गांव का समग्र विकास भी सुनिश्चित करे।
बताया जाता है कि सिहोरा, कटनी और आसपास के इलाकों की मिट्टी और भौगोलिक परिस्थितियां खनन व्यवसाय के लिए हमेशा से अनुकूल रही हैं। यही कारण है कि देश के कई खनन उद्यमी इस क्षेत्र में निवेश कर चुके हैं या करना चाहते हैं। यहां से निकलने वाले खनिज पदार्थों की अंतरराष्ट्रीय बाजार में अच्छी मांग है। अब सोने की पुष्टि के बाद यह क्षेत्र और भी ज्यादा निवेशकों के शमिल होने बात कही जा रही है।
Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 7 August 2025 at 18:43 IST