अपडेटेड 7 September 2025 at 17:05 IST
सूतक काल शुरू... चंद्रग्रहण के वक्त मना होता है खाना और सोना, भूख लगे तो करें ये काम; नहीं लगेगा दोष
आज साल का आखिरी और दूसरा चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है, जो भारत में दिखेगा। चंद्रग्रहण 2025 के दौरान सूतक काल में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं, जानें।
Lunar Eclipse 2025: आज साल का आखिरी और दूसरा चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है, जो भारत में दिखेगा। ग्रहण के 9 घंटे पहले लगने वाला सूतक भी लग चुका है, जो दोपहर 12:57 बजे शुरू हो गया है। इस दौरान अन्न खाने, जल पीने और बाकी शुभ कार्यों पर रोक लग जाती है।
सूतक काल में क्या खाने से नहीं लगेगा दोष?
सूतक काल के दौरान भूख लगने पर सामान्य तौर पर बच्चों, वृद्धों और रोगियों को छोड़कर बाकी लोगों के लिए भोजन करना वर्जित होता है। हालांकि, यदि बहुत आवश्यक हो तो कुछ चीजें खा सकते हैं:
तुलसी, कुशा या दूर्वा: इन पवित्र पत्तों को भोजन में डालकर खाया जा सकता है।
मेवे: शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं और उन पर ग्रहण की किरणों का असर नहीं होता है।
नारियल पानी: एक पौष्टिक और सुरक्षित विकल्प है।
कच्चे फल और सब्जियां: शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं।
क्या नहीं खाना चाहिए?
पके या ज्यादा हाई-प्रोटीन वाले भोजन से बचना चाहिए, क्योंकि माना जाता है कि ग्रहण के दौरान ये सड़ने लगते हैं।
चंद्रग्रहण से जुड़ी जरूरी बातें
चंद्र ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं।
ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ और अन्य धार्मिक अनुष्ठान किए जा सकते हैं।
चंद्र ग्रहण का समय रात 9 बजकर 58 मिनट से 8 सितंबर की रात 1 बजकर 26 मिनट तक होगा।
चंद्रग्रहण 2025 के दौरान सूतक काल में कुछ खास नियमों का पालन करना आवश्यक है। उज्जैन के आचार्य के अनुसार, यदि बहुत आवश्यक हो तो तुलसी, कुशा या दूर्वा जैसे पवित्र पत्तों को भोजन में डालकर खाया जा सकता है। इसके अलावा, मेवे, नारियल पानी और कच्चे फल, सब्जियां भी खा सकते हैं। पके या अधिक हाई-प्रोटीन वाले भोजन से बचना चाहिए।
Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 7 September 2025 at 16:05 IST