अपडेटेड 20 September 2025 at 16:43 IST

धर्मनगरी हरिद्वार में लव जिहाद, इकबाल ने सोनू बनकर हिंदू युवती को फंसाया, MMS बनाकर करने लगा ब्लैकमेल

हरिद्वार पुलिस ने ऑपरेशन कालनेमी के तहत अपनी असली पहचान छिपाकर हिंदू लड़की को अपने जाल में फंसाना वाले इकबाल उर्फ सोनू को गिरफ्तार किया है।

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सांकेतिक फोटो | Image: Republic

Uttarakhand News : देश में लव जिहाद के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में एक बार फिर लव जिहाद का काला चेहरा बेनकाब हुआ है। इकबाल नाम के एक युवक पर पहचान छिपाकर हिंदू युवती को शादी का झांसा देकर रेप करने और फिर वीडियो वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करने का आरोप है। बहादराबाद थाना पुलिस ने आरोपी को महज 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया।

आरोपी ने सोशल मीडिया पर अपनी असली पहचान इकबाल छिपाकर 'सोनू' नाम की फर्जी प्रोफाइल बनाई थी। पुलिस ने आरोपी को रुड़की के मंगलौर क्षेत्र के नगला इमरती बाईपास के पास से धर दबोचा। फिलहाल, आरोपी से पुलिस पूछताछ कर रही है। उसके बैंक खातों और मोबाइल नंबरों की भी जांच चल रही है।

50 हजार रुपये की मांग

पीड़ित ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि आरोपी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर 'सोनू' नाम से संपर्क किया और शादी का लालच देकर उसके साथ धोखा किया। आरोपी ने उनका रेप किया और वीडियो भी बनाया। अब वीडियो वायरल करने की धमकी देकर 50 हजार रुपये की मांग कर रहा है। पीड़ित ने हिम्मत दिखाते हुए तुरंत थाने में शिकायत दर्ज कराई। एसएसपी परमेंद्र सिंह डोभाल ने बताया कि "ऑपरेशन कालनेमी के तहत धार्मिक या सामाजिक पहचान छिपाकर महिलाओं को शिकार बनाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो रही है। आरोपी के बैंक खातों की जांच से और सुराग मिल सकते हैं।"

ऑपरेशन कालनेमी

उत्तराखंड सरकार ने जुलाई 2025 में एक विशेष अभियान 'ऑपरेशन कालनेमी' शुरू किया था, जिसका उद्देश्य फर्जी पहचान अपनाकर अपराध करने वालों, खासकर महिलाओं को शिकार बनाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करना है। इसका नाम रामायण महाकाव्य से लिया गया है, जहां कालनेमि नामक राक्षस साधु के भेष में हनुमान जी को रोकने की कोशिश करता है। ठीक इसी तरह, आजकल कुछ लोग धार्मिक या सामाजिक वेश बदलकर ठगी, ब्लैकमेल या लव जिहाद जैसे अपराध करते हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांवड़ यात्रा के दौरान इस अभियान की शुरुआत की थी, ताकि धार्मिक स्थलों पर संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। इस अभियान के तहत पुलिस टीमें संदिग्धों की पहचान, दस्तावेजों की जांच और बैंक ट्रांजेक्शन की निगरानी कर रही हैं। अब तक प्रदेश में 300 से अधिक फर्जी संतों और ठगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, साथ ही धर्मांतरण के मामलों में भी सख्ती बरती जा रही है। 

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 20 September 2025 at 16:25 IST