अपडेटेड 3 July 2025 at 08:23 IST
Uttarakhand: सोनप्रयाग में फिर लैंडस्लाइड से बिगड़े हालत, केदारनाथ धाम से लौट रहे श्रद्धालु फंसे, रेस्क्यू जारी
उत्तराखंड में भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। सोनप्रयाग के पास एक फिर लैंडस्लाइड की घटना हो गई। जिसके बाद केदारनाथ धाम यात्रा अस्थाई तौर पर रोकी गई है।
उत्तराखंड में कुदरत का कहर जारी है। भारी बारिश और लैंडस्लाइड की वजह से जनजीवन प्रभावित हो गया है। वहीं, चारधाम यात्रियों की मुश्किलें बढ़ गई है। लगातार बारिश की वजह से कई जगह पर मलवा आ रहा है तो कई जगह पर रास्ते टूट गए हैं।रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ धाम की तरफ जाने वाले सोनप्रयाग के पास अचानक देर रात मलवा आ गया जिसकी वजह से केदारनाथ धाम से दर्शन कर लौट रहे 40 से ज्यादा यात्री फंस गए। रास्ते को साफ करने का काम जारी है।
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं। इसी बीच बुधवार रात सोनप्रयाग के पास एक फिर लैंडस्लाइड की घटना हो गई। पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा टूटकर नीचे गिर गया। सड़क पर भारी मात्रा में मलवा आ गया जिसकी वजह से केदारनाथ धाम से दर्शन कर लौट रहे 40 से ज्यादा यात्री फंस गए। देर रात 10 बजे से ये सभी यात्री स्लाइड जोन में फंस गए थे।
सोनप्रयाग में लैंडस्लाइड में फंसे चारधाम यात्री
केदारनाथ धाम से लौटते समय सोनप्रयाग भूस्खलन क्षेत्र में फंसे करीब 40 श्रद्धालुओं को SDRF ने रेस्क्यू कर बचाया। रुद्रप्रयाग पुलिस ने बताया कि सोनप्रयाग क्षेत्रान्तर्गत मुनकटिया स्लाइडिंग जोन में मलबा-पत्थर आने से मार्ग बाधित हुआ। फिलहाल केदारनाथ धाम यात्रा अस्थाई तौर पर रोकी गई है। मार्ग सुचारु होने पर यात्रा पुनः प्रारम्भ होगी।
केदारनाथ धाम यात्रा अस्थाई तौर पर रोकी गई
राहत की बात रही कि घटना में किसी यात्री के हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन यात्रा कुछ समय के लिए रोक दी गई है। प्रशासन ने एहतियातन यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया है और मलबे को साफ करने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि मौसम में सुधार होते ही मार्ग की मरम्मत का काम तेजी से शुरू कर दिया जाएगा। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मौसम की जानकारी लेकर ही यात्रा की योजना बनाएं और सुरक्षा निर्देशों का पालन करें।
Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 3 July 2025 at 08:23 IST