अपडेटेड 4 July 2024 at 12:23 IST

Jharkhand: JMM में बढ़ी नाराजगी तो कितने खतरे में हेमंत सरकार? समझिए विधानसभा में सीटों का गणित

Jharkhand: चंपई सोरेन ने शपथ लेने के 5 महीने बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जिससे JMM के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के फिर मुख्यमंत्री बनने की संभावना है।

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हेमंत सोरेन और चंपई सोरेन | Image: ANI

Jharkhand: झारखंड में चंपई सोरेन का दौर अब खत्म हो चुका है। हेमंत सोरेन फिर से मुख्यमंत्री बनने के लिए तैयार हैं। हेमंत सोरेन अगले कुछ दिनों में अगले मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाल सकते हैं। मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने शपथ लेने के लगभग 5 महीने बाद ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जिससे झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के फिर से मुख्यमंत्री बनने की संभावनाएं बनी हैं। झारखंड में तेजी से बदले राजनीतिक घटनाक्रम के दौरान सत्तारूढ़ गठबंधन ने बुधवार को ही हेमंत सोरेन को अपना नेता चुन लिया।

हेमंत सोरेन दोबारा मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने वाले हैं। कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में झारखंड हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद हेमंत सोरेन करीब 5 महीने बाद 28 जून को बिरसा मुंडा जेल से रिहा हुए। 31 जनवरी को गिरफ्तारी से पहले उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इस स्थिति में चंपई सोरेन को राज्य की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

झारखंड के सियासी घटनाक्रम की टाइमलाइन

  • 2019 के विधानसभा चुनाव में जेएमएम-कांग्रेस गठबंधन को जीत मिली। 29 दिसंबर 2019 को हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बने।
  • भूमि घोटाले से संबधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में20 अप्रैल 2023 को सोरेन के खिलाफ ईडी की कार्रवाई हुई।
  • सोरेन पर 31 करोड़ रुपये से अधिक की 8.86 एकड़ जमीन अवैध रूप से हासिल करने का आरोप।
  • 14 अगस्त 2023 को हेमंत सोरेन को पहला समन जारी हुआ था।
  • 20 जनवरी 2024 से पहले हेमंत सोरेन को 7 समन जारी किए गए थे, लेकिन वो ED के सामने पेश नहीं हुए।
  • ईडी ने 20 जनवरी 2024 को मुख्यमंत्री सोरेन से पूछताछ की थी।
  • 31 जनवरी 2024 को ईडी ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया।
  • 31 जनवरी को गिरफ्तारी से पहले सोरेन ने सीएम पद से इस्तीफा दिया।
  • 2 फरवरी 2024 को चंपई सोरेन झारखंड के अगले मुख्यमंत्री बने थे।
  • हेमंत सोरेन हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद 28 जून 2024 को जेल से बाहर आए।
  • हेमंत सोरेन ने 3 जुलाई 2024 को गठबंधन की बैठक बुलाई, जिसमें उन्हें गठबंधन का नेता चुना गया।
  • 3 जुलाई 2024 को चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया।

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चंपई सोरेन के CM पद छोड़ने की वजह क्या?

हेमंत सोरेन की गैरमौजूदगी में, खासकर उस वक्त में जब झारखंड मुक्ति मोर्चा को एक मजबूत चेहरे की जरूरत थी, क्योंकि वो समय लोकसभा चुनावों की ओर बढ़ रहा था, चंपई सोरेन ने बेहतरीन भूमिका निभाई। अपनी सूझबूझ ने चंपई सोरेन ने ना सिर्फ राज्य में जेएमएम की सरकार का नेतृत्व किया, बल्कि संगठनात्मक तौर पर भी स्थिति को संभाले रखा। ये उनकी काबिलियत और सत्ता के साथ संगठन नेतृत्व को दिखाता है। खैर, अभी मुख्यमंत्री के तौर पर चंपई सोरेन की पारी खत्म हो चुकी है। वजह, जो स्पष्ट दिखती है वो यही कि हेमंत सोरेन संगठन के साथ सत्ता को अपनी पकड़ में रखना चाहते हैं। एक तरीके से अभी चंपई सोरेन ने इसके लिए अपनी महत्वाकांक्षाओं की कुर्बानी भी जरूर दी है, क्योंकि कई मीडिया रिपोर्ट्स दावा कर रही हैं कि सीएम पद से हटाने के फैसले से वो नाराज हैं।

चंपई सोरेन ने बुधवार को कहा कि 'कुछ दिन पहले मुझे मुख्यमंत्री बनाया गया और मुझे राज्य की जिम्मेदारी मिली। हेमंत सोरेन के वापस आने के बाद हमारे गठबंधन ने यह फैसला लिया और हमने हेमंत सोरेन को अपना नेता चुना। अब मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है।' इस तरह चंपई सोरेन ने भले मुख्यमंत्री पद से हटने के फैसले को गठबंधन का फैसला बताने की कोशिश की है, लेकिन इसकी टीस उनके अंदर जरूर रह सकती है। चंपई सोरेन झारखंड के कोल्हान क्षेत्र के एक बड़े नेता रहे हैं। 1991 से विधायक चुने जाते रहे हैं और इससे भी बड़ी बात ये कि झारखंड मुक्ति मोर्चा में कई बार विभाजन के बावजूद चंपई सोरेन ने JMM के प्रमुख नेता शिबू सोरेन का साथ नहीं छोड़ा। खासकर, तब जब चंपई सोरेन सरकार संभाल चुके हैं और कई पार्टी विधायकों उनके अपने रिश्ते बने हैं। ऐसे में चंपई सोरेन को अगर साइडलाइन किया गया तो जेएमएम एक और विभाजन देख सकती है। उसके अलावा सरकार पर भी संकट आ सकता है।

झारखंड विधानसभा का गणित समझिए?

अब जब झारखंड में हेमंत सोरेन फिर से सरकार का नेतृत्व करने वाले हैं, तो उसके पहले झारखंड विधानसभा के गणित को भी समझने की कोशिश करते हैं। 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में वर्तमान सदस्यों की संख्या 76 है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों के बाद जेएमएम के नेतृत्व वाले गठबंधन की संख्या 45 है (जेएमएम-27, कांग्रेस-17 और आरजेडी-1)। राज्य विधानसभा में बीजेपी की संख्या 24 है ,क्योंकि इसके दो विधायक ढुलू महतो (धनबाद में बाघमारा) और मनीष जायसवाल (हजारीबाग) पार्टी के सांसद चुने गए हैं।

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Published By : Amit Bajpayee

पब्लिश्ड 4 July 2024 at 10:06 IST