अपडेटेड 8 September 2025 at 11:30 IST
BREAKING: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में सेना और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में लश्कर का आतंकी ढेर; एक जवान भी घायल
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हो गई है जिसमें एक आतंकवादी मारा गया है। यह मुठभेड़ गुड्डर के जंगल वाले इलाके में चल रहे एक एंटी-टेरर ऑपरेशन के दौरान हुई, जिसमें भारतीय सेना का एक जवान घायल हो गया है।
Jammu Kashmir Encounter: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हो गई है जिसमें एक आतंकवादी मारा गया है। यह मुठभेड़ गुड्डर के जंगल वाले इलाके में चल रहे एक एंटी-टेरर ऑपरेशन के दौरान हुई, जिसमें भारतीय सेना का एक जवान घायल हो गया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। जानकारी के मुताबिक पुलिस, सेना की 9RR और CRPF की एक जॉइंट टीम ने आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद इलाके में सर्चिंग शुरू की थी।
जानकारी के मुताबिक जंगल में लश्कर के 2 से ज्यादा आतंकी छिपे हैं। दोनों ओर से गोलीबारी जारी है और अतिरिक्त सुरक्षा बल इलाके में भेजे गए हैं। आतंकियों के छिपे होने की खबर मिलने के बाद टीम गुड्डर के जंगलों में संदिग्ध जगह पहुंची। जहां छिपे हुए आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद जवानों ने जवाबी फायरिंग की।
जम्मू के आरएस पुरा सेक्टर में इंटरनेशनल बॉर्डर से एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को गिरफ्तार किया गया है। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सरगोधा का रहने वाला सिराज खान नाम के घुसपैठिए को रविवार रात 9.20 बजे ऑक्ट्रोई चौकी पर तैनात BSF जवानों ने देखा। कुछ राउंड फायरिंग के बाद उसे बॉर्डर फेंसिंग के पास गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास से कुछ पाकिस्तानी करंसी भी मिली है। घुसपैठ करने की उसकी कोशिश के पीछे के मकसद का पता लगाने के लिए उससे पूछताछ की जा रही है।
NIA ने कश्मीर सहित 5 राज्यों में टेरर फंडिंग को लेकर शुरू की जांच
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए आतंकी फंडिंग से जुड़े मामले में देशभर में छापेमारी शुरू कर दी है। अधिकारियों के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर सहित पांच राज्यों के कुल 22 ठिकानों पर यह तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। यह कार्रवाई उन मामलों से जुड़ी है, जिनमें देशविरोधी गतिविधियों और आतंकी नेटवर्क की फंडिंग के सुराग मिले थे। इस दौरान इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, संदिग्ध दस्तावेज और अहम सबूतों की तलाश की जा रही है, ताकि आतंकियों और उनके स्थानीय नेटवर्क को कमजोर करके उनकी साजिशों को नाकाम किया जा सके।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 8 September 2025 at 10:27 IST