अपडेटेड 23 March 2025 at 11:39 IST
Cash Burning Case: दिल्ली में जजों के बंगलों पर चल रहा खुला खेल? जस्टिस वर्मा कैशकांड पर अर्नब गोस्वामी के तीखे सवाल
दिल्ली हाई कोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा के घर के अंदर का वीडियो सामने आने का बाद कैश कांड के मामले और तूल पकड़ लिया है।
दिल्ली हाई कोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा के घर के अंदर से मिले करोड़ों के केश का वीडियो सामने आने के बाद ये मामला तेजी से तूल पकड़ता जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली हाई कोर्ट की आंतरिक जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक कर दिया। कोर्ट ने घटना से जुड़ी तस्वीरों और वीडियो को अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दी। वीडियो में जस्टिस वर्मा के घर से जले नोटों के बंडल साफ दिखाए दे रहे हैं। अब इसे लेकर रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी ने भारतीय न्यायिक प्रणाली पर सवाल उठाया है। उन्होंने कैश कांड को मैनेज करने का भी आरोप लगाया।
जस्टिस यशवंत वर्मा के घर के अंदर से एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है। उनके घर में आग लगने की घटना की रात का यह वीडियो है। वीडियो में देखा जा सकता है कि आग बुझाने के लिए मौजूद दमकल कर्मी नोटों का ढेर देखकर हक्का बक्का रह गए। बोरियों में कैश जले पड़े थे। ये घटना होली (14 मार्च) के दिन की है। दिल्ली के तुगलक रोड पर जस्टिस यशवंत वर्मा के घर देर रात 11.30 बजे आग लगी थी। अब सवाल उठ रहा है कि घटना के इतने दिन बीत जाने के बाद भी इस कैश कांड पर कोई कड़ा एक्शन क्यों नहीं लिया गया है।
अर्नब गोस्वामी ने न्याय प्रणाली पर तीखे सवाल
रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी ने जस्टिस यशवंत वर्मा के घर मिले करोड़ों कैश को लेकर भारत की न्यायिक प्रणाली पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया, दिल्ली हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश समेत कॉलेजियम पर भी सवाल उठाते हुए पूछा है कि 16 से लेकर 20 मार्च तक इस कैश कांड पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं किया गया? क्या भारत की न्यायिक प्रणाली में फिक्सर मौजूद हैं?
क्या जजों के बंगलों पर खुला खेल चल रहा है-अर्नब गोस्वामी
अर्नब गोस्वामी ने सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम के उस फैसले पर भी गंभीर सवाल उठाए हैं, जिसमें सख्त रुख अपनाने के बजाय जज का तबादला कर दिया गया। अगर जस्टिस यशवंत वर्मा के घर पर जली हुई नकदी का वीडियो सबूत मौजूद था, तो अब तक कोई सख्त कार्रवाई क्यों नहीं की गई? अर्नब ने पूछा कि जज के तबादले में देरी क्यों हुई और क्या मामले को छिपाने की कोशिश की गई थी। उन्होंने दावा किया है कि मीडिया ने जब इस मुद्दे को जोर शोर उठाया फिर दवाब में आकर महज तबादले का एक्शन लिया गया। अर्नब गोस्वामी ने दावा किया है कि वीडियो देखने के बाद सवाल उठ रहे हैं कि क्या दिल्ली में जजों के बंगलों पर खुला खेल चल रहा है? मैं पूछना चाहता हूं कि इनको इतने पैसे किसने दिए?
Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 23 March 2025 at 11:39 IST