अपडेटेड 18 August 2024 at 07:52 IST

'कोलकाता रेप-मर्डर केस में हस्तक्षेप करें PM मोदी', IMA ने डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर रखी ये मांग

Kolkata Rape-Murder: कोलकाता कांड को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी। मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की।

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पीएम मोदी को IMA ने लिखी चिट्ठी | Image: PTI

Kolkata Rape And Murder Case: कोलकाता रेप और मर्डर केस में बंगाल सरकार के रवैये को देखते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हस्तक्षेप की गुहार लगाते हुए चिट्ठी लिखी है। IMA ने कोलकाता रेप-मर्डर मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। इसके साथ ही IMA ने पीएम मोदी से 5 मांग की है और डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय कानून लाने के लिए कहा।

बता दें, IMA ने 17 अगस्त की सुबह 6 बजे से 18 अगस्त की सुबह 6 बजे तक, 24 घंटे के लिए पूरे देशभर में गैर-आपातकालीन सेवाएं बंद रखने का ऐलान किया। इसके बाद IMA ने पीएम को लेटर भी लिखा। लेटर में लिखा, "स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में महिलाओं की सुरक्षा के बारे में आपकी टिप्पणियों की हम सराहना करते हैं। हम आपसे इस समय आपके सौम्य हस्तक्षेप की अपील करते हैं। इससे न केवल महिला डॉक्टरों को बल्कि कार्यस्थल पर मौजूद हर महिला को आत्मविश्वास मिलेगा।"

भारत में 60 फीसदी डॉक्टर महिलाएं

लेटर में आगे कहा गया कि भारत में 60% डॉक्टर महिलाएं हैं। डेंटल प्रोफेशन में यह प्रतिशत 68%, फिजियोथेरेपी में 75% और नर्सिंग में 85% है। सभी हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स कार्यस्थल पर शांतिपूर्ण माहौल, सुरक्षा और संरक्षा के हकदार हैं। हम आपकी मांगों को पूरा करने के लिए उचित उपाय सुनिश्चित करने के लिए आपके सौम्य हस्तक्षेप की अपील कर रहे हैं।

IMA ने पीएम मोदी से की ये मांग

  • पीड़िता 36 घंटे की शिफ्ट में काम करती थी। आराम करने के लिए सुरक्षित स्थान तथा पर्याप्त शौचालयों की कमी के कारण रेजिडेंट डॉक्टरों के काम करने और ठहरने की स्थिति में व्यापक बदलाव की आवश्यकता है।
  • अस्पतालों को सुरक्षित क्षेत्र घोषित किया जाए, जिसमें पहला कदम अनिवार्य सुरक्षा अधिकार होना चाहिए।
  • अस्पतालों में सुरक्षा प्रोटोकॉल हवाई अड्डों से कम नहीं होने चाहिए। अनिवार्य सुरक्षा अधिकारों के साथ अस्पतालों को सुरक्षित क्षेत्र घोषित करना पहला कदम है। सीसीटीवी कैमरे, सुरक्षा कर्मियों की तैनाती और प्रोटोकॉल का पालन किया जा सकता है।
  • IMA ने एक निश्चित समय सीमा में अपराध की सावधानीपूर्वक और पेशेवर तरीके से जांच करने तथा न्याय प्रदान करने की मांग की, साथ ही बर्बरता में शामिल लोगों की पहचान करने और इसमें शामिल लोगों के लिए कठोर सजा की मांग की।
  • आर जी कर की घटना ने अस्पताल में हिंसा के दो आयामों को सामने ला दिया है: महिलाओं के लिए सुरक्षित स्थानों की कमी के कारण बर्बर पैमाने का अपराध और संगठित सुरक्षा प्रोटोकॉल की कमी के कारण होने वाली गुंडागर्दी। अपराध और बर्बरता ने राष्ट्र की अंतरात्मा को झकझोर दिया है।

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Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 18 August 2024 at 07:52 IST