अपडेटेड 18 August 2024 at 08:19 IST
आरजी कर हॉस्पिटल के आसपास 7 दिनों के लिए धारा 163 लागू, जानें किन चीजों पर रहेगी रोक
कोलकाता रेप-मर्डर मामले में आरजी कर हॉस्पिटल के पास के क्षेत्र में धारा 163 लागू कर दिया गया है। कोलकाता पुलिस कमिश्नर ने शांति बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया।
- भारत
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Kolkata Rape and Murder Case: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में फीमेल डॉक्टर के साथ दरिंदगी के बाद हिंसक तरीके से हत्या के मामले को लेकर डॉक्टरों का गुस्सा फूट रहा है। केवल डॉक्टर ही नहीं देश की जनता, खासकर महिला वर्ग इस घटना के बाद बंगाल सरकार के रवैये को लेकर गुस्से में है। लगातार डॉक्टरों और आम जनता का प्रदर्शन जारी है। आरजी कर अस्पताल के डॉक्टर भी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच कोलकाता पुलिस ने अस्पताल के आसपास धारा 163 लागू कर दिया है।
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 में ये धारा 163 है, जो पूर्व में 144 था। यह आज यानि 18 अगस्त से लागू हुआ है, जो सात दिनों तक चलेगा। पुलिस कमिश्नर विनीत कुमार गोयल ने 17 अगस्त, शनिवार को ये ऐलान किया है। आदेश में कहा गया है कि कोलकाता और 24 परगना जिले के कोलकाता पुलिस के क्षेत्र में रैलियां, बैठकें, जुलूस, धरना, प्रदर्शन और पांच या अधिक व्यक्तियों की गैरकानूनी सभा पर रोक है।
पुलिस के पास हिंसक प्रदर्शन का इनपुट
पुलिस कमिश्नर की ओर से जारी इनपुट के अनुसार, "भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) 2023 की धारा 163 की उप-धारा (1) द्वारा प्रदत्त शक्ति का प्रयोग करते हुए 18.08.2024 से 24.08.2024 तक सात (7) दिन या अगली सूचना तक पांच या अधिक व्यक्तियों की कोई भी गैरकानूनी सभा, लाठियां, कोई घातक या अन्य खतरनाक हथियार लेकर घूमने पर रोक है। यह प्रतिबंध विश्वसनीय स्रोतों से प्राप्त इनपुट और जानकारी के मिलने के कारण लगाया गया है।" बता दें, पुलिस को उसके विश्वसनीय सोर्स से पता चला है कि एक वर्ग हिंसक प्रदर्शनों, रैलियों और बैठकों के जरिए शांति भंग करने का प्रयास कर सकता है।
9वें दिन भी डॉक्टरों की हड़ताल जारी
कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर से दुष्कर्म और मर्डर केस के विरोध में देशभर में डॉक्टरों की हड़ताल आज 9वें दिन (18 अगस्त) भी जारी है। जयपुर में भी महिला संगठनों और डॉक्टरों ने एकजुट होकर प्रदर्शन किया। इस घटना ने पूरे देश में आक्रोश फैला दिया है। जयपुर में लोगों ने इसके खिलाफ आवाज बुलंद की और इंसाफ की मांग की है।
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इस बीच दिल्ली दुष्कर्म केस की पीड़ित निर्भया की मां आशा देवी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगाते हुए उनके इस्तीफे की मांग की। निर्भया की मां ने कहा कि ममता अपने पद का दुरुपयोग कर रही हैं। वह इस घटना के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही हैं। उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए
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Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 18 August 2024 at 06:47 IST