अपडेटेड 31 January 2024 at 22:19 IST
जर्नलिज्म के छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी, IIMC को मिला डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा, मिलेंगे ये फायदे
IIMC Deemed University: भारतीय जनसंचार संस्थान (IIMC) को डीम्ड विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया है, जिससे अब इसे डिग्री देने का अधिकार मिल गया है।
Delhi News: पत्रकारिता और जनसंचार के क्षेत्र में अग्रणी संस्थान, भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) को डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा दिया गया है, जिससे अब इसे केवल डिप्लोमा के बजाय डिग्री प्रदान करने का अधिकार मिल गया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी दी।
इस नये दर्जे के साथ IIMC अब डॉक्टरेट की डिग्री प्रदान करने के लिए अधिकृत है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय के तहत अगस्त 1965 को स्थापित यह संस्थान देश में अपनी तरह के प्रमुख संस्थानों में से एक है, जो पत्रकारिता में गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए जाना जाता है तथा मीडिया और जन संचार के क्षेत्र में सार्थक अनुसंधान करता है।
मंत्रालय ने क्या कहा?
मंत्रालय ने एक अधिसूचना में कहा, ‘‘विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की सलाह पर शिक्षा मंत्रालय ने यूजीसी अधिनियम, 1956 की धारा 3 के तहत प्रदत्त शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए आईआईएमसी को विशिष्ट श्रेणी के तहत डीम्ड-टू-बी-यूनिवर्सिटी घोषित किया गया है। यह घोषणा आईआईएमसी नयी दिल्ली और जम्मू (जम्मू कश्मीर), अमरावती (महाराष्ट्र), आइजोल (मिजोरम), कोट्टायम (केरल) और ढेंकनाल (ओडिशा) में स्थित इसके पांच क्षेत्रीय परिसरों के लिए है।’’
अधिसूचना में कहा गया, ‘‘आईआईएमसी, नयी दिल्ली, अधिसूचना जारी होने की तारीख से छह साल की अवधि के भीतर यूजीसी (डीम्ड विश्वविद्यालय बनने जा रहा संस्थान) विनियम, 2023 का अनुपालन करेगा। पूरी चल और अचल संपत्ति एक वर्ष के भीतर कानूनी रूप से आईआईएमसी, नयी दिल्ली के नाम पर स्थानांतरित कर दी जाएगी।’’
अधिसूचना में कहा गया है कि आईआईएमसी ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं होगा जो वाणिज्यिक और लाभ कमाने वाली हो।
संस्थान वर्तमान में अंग्रेजी, हिंदी, उर्दू, उड़िया, मराठी, मलयालम, रेडियो और टेलीविजन, पत्रकारिता पाठ्यक्रमों तथा विज्ञापन और जनसंपर्क में स्नातकोत्तर डिप्लोमा प्रदान करता है। नयी दिल्ली में मुख्यालय वाले आईआईएमसी के क्षेत्रीय परिसर ढेंकनाल (1993 में स्थापित), आइजोल (2011 में स्थापित), अमरावती (2011 में स्थापित), जम्मू (2012 में स्थापित) और कोट्टायम (1995 में स्थापित) में हैं। आईआईएमसी भारतीय सूचना सेवा (आईआईएस) के अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण अकादमी भी है।
अनुराग ठाकुर ने भी किया ट्वीट
सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में इसे आईआईएमसी के लिए एक खास और ऐतिहासिक दिन बताया। ठाकुर ने एक पोस्ट में कहा, ‘‘यह आईआईएमसी के लिए खास और ऐतिहासिक दिन है क्योंकि इसे डीम्ड विश्वविद्यालय का दर्जा प्राप्त हुआ है। पत्रकारिता, विज्ञापन, जनसंपर्क जैसे मीडिया विषयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने का इस संस्थान का गौरवशाली इतिहास है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘विश्वविद्यालय का दर्जा देना एक नयी शुरुआत का प्रतीक है, क्योंकि अनुसंधान और डॉक्टरेट कार्यक्रमों के साथ और अधिक पाठ्यक्रम जोड़े जा सकते हैं। यह कदम हमारे युवाओं को नए अवसर प्रदान करेगा और उन्हें नए रास्ते तलाशने में मदद करेगा।’’
आईआईएमसी को डीम्ड विश्वविद्यालय का दर्जा देने का विचार कोई नया नहीं है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 2016 में इस योजना को मंजूरी दी थी।
वर्ष 2018 में नीति आयोग द्वारा उच्च शिक्षा संस्थानों की समीक्षा के दौरान, यह सिफारिश की गई थी कि आईआईएमसी का या तो जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर मीडिया स्टडीज या जामिया मिल्लिया इस्लामिया के ए जे के मास कम्युनिकेशन रिसर्च सेंटर के साथ विलय कर दिया जाए। हालांकि, संस्थान, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और शिक्षा मंत्रालय (तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्रालय) ने इस विचार को खारिज कर दिया था।
यूजीसी ने 2018 में इस संबंध में आईआईएमसी के एक प्रस्ताव का विश्लेषण करने के लिए भोपाल में माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के कुलपति बी के कुठियाला की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति का गठन किया था।
IIMC ने भी एक्स पर किया पोस्ट
आईआईएमसी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘भारतीय जनसंचार संस्थान, नयी दिल्ली और इसके पांच क्षेत्रीय केंद्रों को विशिष्ट श्रेणी के तहत डीम्ड विश्वविद्यालय घोषित करने के लिए यूजीसी को बहुत-बहुत धन्यवाद। आईआईएमसी जनसंचार में बड़े पैमाने पर शिक्षा, प्रशिक्षण और अनुसंधान को बढ़ावा देने को लेकर अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है।’’
(Note: हेडिंग के अलावा PTI की कॉपी में कुछ बदलाव नहीं किया गया है। )
Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 31 January 2024 at 21:47 IST