अपडेटेड 5 August 2024 at 12:39 IST

गुजरात : NDRF ने 7 लोगों को बाढ़ से सुरक्षित बाहर निकाला, निचले इलाकों में आया औरंगा नदी का पानी

NDRF in Gujarat: गुजरात के वरसाड में कई लोग बाढ़ की चपेट में आ गए और घरों में फंस गए, जिसके बाद 7 लोगों को बचाया गया।

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NDRF के इंस्पेक्टर रमेश कुमार | Image: ANI

NDRF in Gujarat: गुजरात के वरसाड में कई लोग बाढ़ की चपेट में आ गए और घरों में फंस गए, जिसके बाद 7 लोगों को बचाया गया। NDRF (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) के इंस्पेक्टर रमेश कुमार ने जानकारी दी कि जिले में लगातार बारिश और औरंगा नदी में हाई टाइड के कारण नदी का पानी आसपास के निचले इलाकों में आ गया। इस आपदा के चलते हिंगलाज गांव के 7 लोग फंस गए। ये लोग मछली पकड़ने का काम करते हैं और उनके पास बाहर निकलने का कोई विकल्प नहीं था, क्योंकि वहां पानी का स्तर काफी बढ़ गया था।

इंस्पेक्टर रमेश कुमार ने बताया, 'हमें जिला प्रशासन से सूचना मिली थी और तुरंत हमारी टीम ने बचाव कार्य शुरू किया। हमने उन 7 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है।' फिलहार स्थिति नियंत्रण में है और प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है ताकि किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटा जा सके। स्थानीय निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है और प्रशासन ने उन्हें सुरक्षित स्थानों पर जाने की हिदायत दी है। खबरें हैं कि भारी बारिश के कारण वलसाड जिले में औरंगा नदी उफान पर है और निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है। 

विश्वामित्री नदी से निकले मगरमच्छ

वहीं गुजरात के वडोदरा शहर में विश्वामित्री नदी से निकलकर मगरमच्छों के इलाकों में घुसने की दिक्कत फिर एक बार देखने को मिल रही है। एक अधिकारी ने बताया कि, पिछले महीने आवासीय इलाकों में पहुंचे 21 मगरमच्छों को पानी में छोड़ा गया है। अधिकारी ने बताया कि नदी का 17 किलोमीटर हिस्सा वडोदरा से होकर गुजरता है। इसमें करीब 300 मगरमच्छ रहते हैं, जिसके कारण किनारे के इलाकों में अक्सर इस तरह की घटनाएं देखने को मिलती हैं।

रेंज वन अधिकारी (आरएफओ) करण सिंह राजपूत ने बताया कि, ‘विश्वामित्री नदी के किनारे के आवासीय इलाकों से मगरमच्छों को बचाने का काम पूरे साल चलता रहता है, लेकिन मानसून के दौरान इनकी संख्या काफी बढ़ जाती है। जून में चार मगरमच्छों को बचाया गया और उन्हें वापस नदी में छोड़ दिया गया। जुलाई में यह संख्या बढ़कर 21 हो गई।’

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भारी बारिश से कई इलाकों में बाढ़

आरएफओ ने बताया कि जुलाई में राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश हुई, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ आ गई। विश्वामित्री नदी के दोनों ओर रिहायशी इलाके बनने से पानी भरने के बाद मगरमच्छ बड़ी संख्या में बाहर निकल आते हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि मगरमच्छ अपने इलाके को छोड़ना पसंद नहीं करते और ये आम तौर पर तब बाहर निकलते हैं जब नदी उफान पर होती है। भारतीय वन्यजीव संस्थान के अनुसार, वडोदरा में पाए जाने वाले मगरमच्छ की प्रजाति मध्यम से बड़ी होती है, जिसमें एक वयस्क नर की लंबाई 4.5 मीटर तक होती है और इसका वजन लगभग 450 किलोग्राम होता है। 

Published By : Nidhi Mudgill

पब्लिश्ड 5 August 2024 at 07:12 IST