अपडेटेड 10 April 2025 at 21:09 IST
BREAKING: लंबी-लंबी दाढ़ी, सफेद बाल... भारत की धरती पर लैंड करने के बाद आतंकी तहव्वुर राणा की पहली तस्वीर आई सामने
भारत की धरती पर लैंड करने के बाद आतंकी तहव्वुर राणा की पहली तस्वीर आई सामने
Tahawwur Rana Photo: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की टीम 26/11 हमलों के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को अमेरिका से भारत ले आई है। NIA ने भारत पहुंचने के तुरंत बाद औपचारिक रूप से उसे गिरफ्तार किया। भारत आने के बाद NIA ने दिल्ली के पालम एयरपोर्ट से तहव्वुर राणा की पहली फोटो जारी की है। जिसमें तहव्वुर NIA अधिकारियों के साथ नजर आ रहा है।
इस फोटो में तहव्वुर राणा और NIA अधिकारियों की पीठ का हिस्सा नजर आ रहा है। फोटो में खासियत ये है कि तहव्वूर को अमेरिका सें कैदियों की ड्रेस में ही लाया गया है। 26/11 हमले की योजना बनाने में शामिल आतंकी तहव्वुर राणा अब बूढ़ा हो चुका है। उसने लंबी दाढ़ी रखी है। दाढ़ी और सिर के बाल पूरी तरह से सफेद हो चुके हैं।
कैसे पकड़ा गया तहव्वुर राणा?
2009 में राणा और हेडली को FBI ने पश्चिम मध्य अमरीका के शिकागो से गिरफ्तार किया था। इन दोनों ने डेनमार्क में हमले की साजिश रची थी। FIB ने दोनों को उस वक्त गिरफ्तार किया था, जब वो हमले के लिए डेनमार्क जा रहे थे। जांच में 26/11 हमले के सुराग मिले और भूमिका का खुलासा हुआ।
तहव्वुर राणा पर पाकिस्तान का बयान
तहव्वुर राणा के भारत आने के बाद पाकिस्तान बेचैन हो गया है। उसने अपने देश में पले आतंकी से पल्ला छाड़ना शुरू कर दिया है। पाकिस्तान ने तहव्वुर राणा को कनाडाई नागरिक बताया है। लेकिन अब NIA के सामने तहव्वुर राणा तोते की तरह पाकिस्तान का राज उगलेगा। राणा के पास भले ही कनाडा की नागरिकता है, लेकिन उसका जन्म पाकिस्तान में हुआ था। वो पाकिस्तानी सेना और ISI का आदमी रहा है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के अफसर मेजर इकबाल से राणा और हेडली को निर्देश मिलते थे।
अब राणा इस पूरे मामले में पाकिस्तान का सच सामने लाएगा। 26/11 हमले में आतंकियों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI का पूरा सपोर्ट था। पाकिस्तान की मदद के बिना हथियारों से लदी नाव को भारत भिजवाना संभव ही नहीं था। इसके लिए पाकिस्तान की हरी झंडी जरूरी थी। 26/11 के आतंकियों को लश्कर के सरगनाओं ने ट्रेनिंग दी थी। लश्कर के हर आदमी के हैंडलर ISI के एक यो दो लोग होते हैं। खुद डेविड हेडली के 2 ISI हैंडलर मेजर इकबाल और मेजर समीर अली थे।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 10 April 2025 at 20:30 IST
