अपडेटेड 12 December 2025 at 13:50 IST
Indigo Crisis: इंडिगो मामले में DGCA का बड़ा एक्शन, 4 फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टरों को किया सस्पेंड, ये खामी आई सामने
इंडिगो संकट के बीच DGCA ने बड़ा एक्शन लिया है। भारत के विमानन नियामक, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने 4 फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टरों को सस्पेंड कर दिया है।
इंडिगो संकट के बीच DGCA ने बड़ा एक्शन लिया है। भारत के विमानन नियामक, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने 4 फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टरों को सस्पेंड कर दिया है। जानकारी के मुताबिक एयरलाइन के निरीक्षण और निगरानी में लापरवाही के कारण यह कार्रवाई की गई है। जिन्हें सस्पेंड किया गया है उनके नाम रिषराज चैटर्जी, सीमा झमनानी, अनिल कुमार पोखरियाल और प्रियम कौशिक है।
ये सभी अधिकारी डीजीसीए में कॉन्ट्रैक्ट पर नियुक्त थे और इनका मुख्य काम विशेष रूप से इंडिगो के सुरक्षा मानकों और ऑपरेशनल ओवरसाइट की निगरानी करना था। 11 दिसंबर 2025 को जारी ऑफिस ऑर्डर में डीजीसीए ने साफ लिखा है कि कॉम्पिटेंट ऑथॉरिटी की मंजूरी के बाद इन चारों इंस्पेक्टरों को उनके पैरेंट ऑर्गनाइजेशन में वापस भेजा जा रहा है। इन चारों अधिकारियों को तत्कल प्रभाव से उनके पदों से रिलीव भी कर दिया गया है।
ऑपरेशन निगरानी में हुई भारी चूक
डीजीसीए को आशंका थी कि इंडिगो के सुरक्षा और ऑपरेशन की निगरानी में गंभीर लापरवाही हुई है। इसी कारण से डीजीसीए की विशेष टीम ने इन इंस्पेक्टरों की जिम्मेदारी, रिपोर्टिंग और पिछले महीनों की ओवरसाइट गतिविधियों का मूल्यांकन किया। प्रारंभिक जांच में कई अनियमितताएं और निगरानी में कई चूक मिलने के बाद यह सख्त कदम उठाया गया है।
पायलट ही होते हैं ये इंस्पेक्टर
DGCA सक्रिय पायलटों को ही पांच साल के कॉन्ट्रैक्ट पर रखता है। इस दौरान वे ऑडिटर (जांचकर्ता) के तौर पर काम करते हैं। इस दौरान इनके ऊपर किसी भी एयरलाइन के लिए उड़ान भरने पर रोक रहती है। ये पायलट यह सुनिश्चित करने के लिए समय-समय पर जांच करते हैं कि एयरलाइंस सभी नियमों का पालन कर रही हैं या नहीं।
इंडिगो मामले में 4 फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टर गाज गिरी है, जिन्हें बर्खास्त कर दिया गया है. भारत के विमानन नियामक, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने इंडिगो एयरलाइन की सुरक्षा और फ्लाइट ऑपरेशंस की निगरानी करने वाले चार इंस्पेक्टर्स को बर्खास्त कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, एयरलाइन के निरीक्षण और निगरानी में लापरवाही के कारण यह कार्रवाई की गई है।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 12 December 2025 at 13:50 IST