अपडेटेड 30 July 2024 at 10:17 IST
Coaching Centre Incident: दिल्ली हादसे से सबक सीखने की कोशिश... यूपी से बिहार तक एक्शन शुरू
Delhi Coaching Centre Incident: दिल्ली के राजेंद्र नगर में एक कोचिंग सेंटर के भीतर 3 छात्रों की मौत हो गई थी, जो आईएएस की तैयारी कर रहे थे।
Delhi Rajinder Nagar Incident: राजधानी दिल्ली के राजेंद्र नगर में एक कोचिंग सेंटर के भीतर 3 छात्रों की मौत पर जहां एक तरफ सियासत जारी है, दूसरी ओर इस घटना से दूसरे राज्यों ने सबक लेना सीख लिया है। बीते दिनों दिल्ली के एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बारिश का पानी घुस गया था और इसमें आईएएस की तैयारी कर रहे 3 छात्र बेमौत मर गए थे। फिलहाल उत्तर प्रदेश से बिहार तक इसका असर देखने को मिला है और प्रशासन ने सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।
राजेंद्र नगर में हादसे के बाद कोचिंग सेंटर को ऊपर कई तरह के आरोप लगे। दिल्ली नगर निगम पर पहले ही उंगलियां उठ रही थीं। इसी बीच कोचिंग को लेकर खुलासा हुआ था कि फायर एनओसी और एमसीडी के नियमों के अनुसार बेसमेंट में कथित तौर पर कोचिंग की अनुमति नहीं थी। सवाल उठे कि अगर इमारत की ऊंचाई 15 मीटर से अधिक है, तो उन्हें फायर एनओसी कैसे मिल रही है? इसमें भी दोराय नहीं है कि दिल्ली में ज्यादातर लाइब्रेरी बेसमेंट में चल रही हैं। हालांकि राजेंद्र नगर की घटना के बाद दिल्ली में सख्ती बरती गई और पिछले दिन दिल्ली नगर निगम ने 13 सिविल सेवा संस्थानों के बेसमेंट को सील कर दिया। अब दूसरे राज्यों में भी सख्ती बरती जा रही है।
यूपी में बेसमेंट की जांच के आदेश
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर की घटना के मद्देनजर उत्तर प्रदेश के आवास एवं शहरी विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव नितिन गोकर्ण ने डेवलपमेंट अथॉरिटी को निर्देश जारी किए हैं और कहा कि वो बेसमेंट में अवैध गतिविधियां रोकें और ये भी सुनिश्चित करें कि बारिश के दौरान बेसमेंट में खुदाई ना की जाए। निर्देश में कहा गया कि निर्माणों के बेसमेंट में खासतौर पर पार्किंग के साथ पर जारी अवैध गतिविधियों को रोकने और सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने के लिए जांच दल गठित करने के लिए भी कहा गया है।
पटना में प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया
कुछ इसी तर्ज पर बिहार की राजधानी पटना में प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। पटना के जिला मजिस्ट्रेट चंद्रशेखर सिंह ने जिले में अवैध रूप से चल रहे सभी कोचिंग संस्थानों पर कार्रवाई करने का आदेश दिया है। एक अंदाज के मुताबिक, पटना में लगभग 300 कोचिंग सेंटर हैं। डीएम ने जिलेभर में सभी कोचिंग सेंटर के कामकाज की जांच के लिए कुल 6 जांच दल गठित किए। डीएम की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है, 'हरेक टीम में 6 सदस्य होंगे और इसका नेतृत्व संबंधित एसडीएम करेंगे। आदेश में कहा गया है, 'एसडीएम के अलावा हरेक टीम में संबंधित उप-विभागीय अग्निशमन अधिकारी, नगर निकाय के कार्यकारी अधिकारी, सर्कल अधिकारी, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी और संबंधित पुलिस स्टेशन के एसएचओ शामिल होंगे।'
सभी 6 टीमों को अपने अधिकार क्षेत्र में प्रत्येक कोचिंग संस्थान की गहन जांच करने और 2 हफ्ते के भीतर डीएम को एक संयुक्त जांच रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है। आदेश में कहा गया है कि टीमों को 6 बिंदुओं पर कोचिंग संस्थानों की जांच, पूछताछ करने के लिए कहा गया है। जिला प्रशासन ने भविष्य में किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए एक निवारक उपाय के रूप में यह निर्णय लिया है।
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 30 July 2024 at 10:17 IST