अपडेटेड 11 July 2025 at 11:28 IST

Tennis Player Murder Case: मां के जन्मदिन पर किचन में खाना बना रही थी, तभी पीछे से आया पिता और... छीन ली होनहार बेटी की सांसें

जिस बेटी ने खेल से अपनी पहचान बनाई, जो कई और खिलाड़ियों को तैयार कर रही थी, उसे उसी के पिता ने बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया।

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Tennis Player Radhika Yadav Murder Case | Image: Republic

Gurugram Tennis Player Radhika Yadav Murder Case: हरियाणा के गुरुग्राम में नेशनल लेवल की होनहार टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की गोली मारकर हत्या कर दी। यह हत्या किसी बाहरी व्यक्ति ने नहीं बल्कि खुद उसके पिता ने समाज के तानों से आकर की। इस घटना ने एक परिवार को तो उजाड़ा ही, साथ ही समाज में बेटियों के प्रति भेदभावपूर्ण रवैये को भी बेनकाब कर दिया है। इस दिल दहला देने वाली घटना को सिलसिलेवार तरीके से समझते हैं।

जानकारी के मुताबिक, जिस बेटी ने खेल से अपनी पहचान बनाई, जो कई और खिलाड़ियों को तैयार कर रही थी, उसे उसी के पिता ने बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। ऐसा सिर्फ इसलिए कि समाज उसे स्वीकार नहीं कर पा रहा था।

आरोपी ने क्या-क्या कबूल किया?

यह पूरा मामला 10 जुलाई की सुबह लगभग साढ़े 10 से 11 बजे के आसपास का बताया जा रहा है। अब इस मामले में एफआईआर की कॉपी सामने आई है जिसमें लिखा है कि राधिका अपने घर की पहली मंजिल में रसोई में खाना बना रही थी तभी उसके पिता दीपक यादव ने इस वारदात को अंजाम दिया। पुलिस की एफआईआर के अनुसार, दीपक यादव ने खुद अपना गुनाह कबूला है।

FIR में लिखा है कि पुलिस पूछताछ में दीपक यादव ने बताया कि उसकी बेटी राधिका यादव एक नेशनल लेवल की टेनिस खिलाड़ी थी। कंधे में चोट लगने के कारण वह खेल से दूर हो गई थी। इसके बाद उसने अपनी खुद की टेनिस एकेडमी शुरू की थी। दीपक एकेडमी के अलावा बेटी की रील्स बनाने की आदत से भी तंग आ चुका था। एफआईआर के मुताबिक, जब दीपक गांव वजीराबाद में दूध लेने जाता था, तो लोग ताने मारते थे कि वह अपनी बेटी की कमाई खाता है। यहां तक कि लोग राधिका के कैरेक्टर पर भी सवाल उठाते थे। उन बातों से वो मानसिक रूप से बेहद परेशान रहने लगा था। दीपक ने राधिका से एकेडमी बंद करने को कहा, लेकिन उसने मना कर दिया। इसी तनाव और सामाजिक दबाव के चलते उसने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से राधिका को उस समय गोली मार दी जब वह रसोई में खाना बना रही थी। उसने पीछे से कमर में तीन गोलियां दागीं।

घटना के वक्त कौन-कौन मौजूद था?

एफआईआर की कॉपी के अनुसार, हत्या के वक्त घर में दीपक यादव, उसकी पत्नी मंजू यादव और राधिका मौजूद थीं। दीपक का बेटा धीरज यादव उस समय ऑफिस गया हुआ था जो कि एक प्रॉपर्टी डीलर है। पुलिस के बार-बार कहने पर भी मंजू यादव ने अपना लिखित बयान नहीं दिया। उन्होंने मौखिक रूप से बताया कि उन्हें बुखार था और वह कमरे में लेटी हुई थी। उन्होंने कहा कि उन्हें घटना के बारे में कुछ पता नहीं चला और न ही यह समझ आ रहा है कि उनके पति ने ऐसा क्यों किया, क्योंकि राधिका का चरित्र पूरी तरह ठीक था। इसके अलावा पुलिस ने राधिका के चाचा कुलदीप यादव का भी बयान दर्ज किया, जिन्होंने राधिका को अस्पताल पहुंचाया था।

सबूत के तौर पर क्या-क्या जब्त?

पुलिस जांच के दौरान घटनास्थल से एक लाइसेंसी रिवॉल्वर, खून के नमूने और स्वैब सैंपल लिए हैं। फिंगरप्रिंट की जांच भी करवाई गई है। मौके से जुटाए गए सबूतों आरोपी के बयान और घटना की परिस्थितियों के आधार पर दीपक यादव के खिलाफ हत्या की धारा 103(1) BNS, 27(3) और 54-1959 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपी को हिरासत में लेकर राधिका की मौत की तहकीकात की जा रही है। 

आरोपी के भाई की शिकायत पर दर्ज हुआ मामला

बता दें कि गोली की आवाज सुनकर कर दीपक का भाई और उसका बेटा तुरंत मौके पर पहुंचे। राधिका किचन में खून से लथपथ पड़ी थी जबकि कमरे में मेज पर वारदात में इस्तेमाल रिवॉल्वर रखी थी जिसमे सिर्फ एक जिंदा कारतूस था। इसके बाद राधिका को फौरन सेक्टर-56 में स्थित ASIA MARIANGO HOSPITAL ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। आरोपी दीपक यादव के भाई की शिकायत पर पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया और दीपक को गिरफ्तार कर लिया।

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Published By : Priyanka Yadav

पब्लिश्ड 11 July 2025 at 11:14 IST