अपडेटेड 29 July 2024 at 07:20 IST
कोचिंग सेंटर हादसा: लाइब्रेरी खाली कराने के आदेश, MCD ने दी सफाई; 'लाइब्रेरी की नहीं दी थी अनुमति'
स्टोर की जगह लाइब्रेरी चलाने पर कार्रवाई की गई, बेसमेंट लाइब्रेरी के मालिकों ने छात्रों से उनकी मौजूदा इमारतों में बनी बेसमेंट लाइब्रेरी को खाली करने को कहा है।
Coaching Centre Incident: भवन निर्माण नियमों का उल्लंघन करके बेसमेंट में स्टोर की जगह लाइब्रेरी चलाने पर कार्रवाई होने के बाद बाद बेसमेंट लाइब्रेरी के मालिकों ने छात्रों से उनकी मौजूदा इमारतों में बनी बेसमेंट लाइब्रेरी को खाली करने को कहा है।
27 जुलाई को ओल्ड राजिंदर नगर में कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में बारिश का पानी भर जाने से इलाके के एक आईएएस कोचिंग संस्थान के 3 छात्रों की मौत हो गई, जिससे दिल्ली में भारी रोष देखने को मिल रहा है। वहीं, राजेंद्र नगर में आईएएस की तैयारी कर रहे तीन विद्यार्थियों की मौत का जिम्मेदार सीधे तौर पर दिल्ली नगर निगम को ठहराए जाने की खबरें आ रही है। इस मामले में निगम के तीनों विभाग अपने बुनियादी काम को भी नहीं कर सके। इसमें बिल्डिंग विभाग को नियम के खिलाफ जाकर बेसमेंट में स्टोर की जगह लाइब्रेरी चलाने पर कार्रवाई करनी थी, जबकि वर्क्स और सैनिटेशन विभाग को नाले की सफाई और रखरखाव करना था। लेकिन ऐसा नहीं हुई इसलिए इलाके में पानी भरा और ये बड़ा हादसा हुआ।
MCD ने सील किए अवैध बेसमेंट
लेकिन MCD ने इस पर एक्शन लेते हुए कोचिंग सेंटर के अवैध बेसमेंट को सील कर दिया है। इस दौरान राजेंद्र नगर के 13 सिविल सर्विसेज इंस्टीट्यूट के बेसमेंट को सील कर दिया गया है। इससे पहले FIR रिपोर्ट में इस बात को स्पष्ट रूप से कहा गया है कि बेसमेंट में कोचिंग चलाने का ऑर्डर नहीं था। इसके अलावा कोचिंग के संचालक ने भी कहा है कि बेसमेंट में पानी निकलने की कोई व्यवस्था नहीं थी।
बेसमेंट को लाइब्रेरी के लिए नहीं दी थी अनुमति- MCD
MCD ने बयान जारी करते हुए कहा- 'दिल्ली नगर निगम बेसमेंट में पानी भरने का कारण निर्धारित करने के लिए मामले की गहन जांच कर रहा है। संपत्ति के सभी आवश्यक दस्तावेज हैं। हालांकि, जहां तक बेसमेंट के उपयोग का सवाल है, संपत्ति के मालिक को भवन उपनियमों का उल्लंघन करते हुए पाया गया है। बेसमेंट को पार्किंग और भंडारण के लिए अनुमति दी गई थी। इस प्रकार बेसमेंट को लाइब्रेरी के रूप में उपयोग करने की अनुमति नहीं थी। हालांकि पुस्तकों का भंडारण किया जा सकता था। इसके अलावा, भवन उपनियमों और फायर एनओसी के अनुसार संपत्ति का उपयोग संपत्ति मालिकों की जिम्मेदारी है।'
MCD ने आगे कहा कि निगम सभी जोनों में बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन करने वाली संपत्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा है। आज एमसीडी ने करोल बाग जोन में ऐसे उल्लंघनों के लिए 13 संपत्तियों को सील कर दिया।
FIR रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि जब राव अकादमी के मालिक अभिषेक गुप्ता से बेसमेंट में लाइब्रेरी चलाने के कागजात मांगे गए तो उन्होंने कोई कागजात पेश नहीं किया। अभिषेक ने ये भी स्वीकार किया कि बेसमेंट में पानी निकालने की कोई व्यवस्था नहीं थी।
जांच के लिए कई टीमें गठित
बता दें कि दिल्ली फायर सर्विस के डायरेक्टर के मुताबिक बेसमेंट में पानी घुसने का एक कारण ये भी था कि इंस्टीट्यूट के बाहर जमा पानी से एक गाड़ी गुजरी, जिससे पानी के तेज बहाव से इंस्टीट्यूट का गेट टूट गया और पानी बेसमेंट में घुस गया। इसकी गवाही देने वाले एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें साफ देखा जा रहा है कि काली रंग की गाड़ी इंस्टीट्यूट के बाहर जमा पानी से गुजरती नजर आ रही है।
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने कोचिंग सेंटर में पानी भरने की घटना की जांच करने के लिए एक प्राथमिकी दर्ज की है और जांच के लिए कई टीम गठित की हैं। वहीं, ये भी जानकारी सामने आई थी कि नियमों का उल्लंघन करने वाले कोचिंग सेंटरों के खिलाफ MCD कार्रवाई शुरू करेगी। इसके लिए उच्च स्तरीय समिति गठित की जाएगी। ओल्ड राजेंद्र नगर में सुरक्षा इंतजाम के बिना हजारों बच्चों की जिंदगियों से यूं ही सरेआम खिलवाड़ हो रहा है, नतीजा ये हुआ कि सिस्टम बदलने की चाह में घर छोड़कर आए तीन छात्र सिस्टम की लापरवाही की भेंट चढ़ गए।
Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 29 July 2024 at 07:20 IST