अपडेटेड 3 August 2025 at 22:12 IST
7 घंटे खेला फ्री फायर गेम, 4 घंटे देखा Youtube फिर...दिल्ली में फंदे से झूलती मिली 10 साल के बच्चे की लाश, घरवालों ने जताई हत्या की आशंका
दिल्ली से दर्दनाक मामला सामने आया है जहां एक 10 साल के बच्चे ने लोहे के पाइप से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दिल्ली पुलिस के अनुसार, बच्चे को मोबाइल पर गेम खेलने की लत थी।
Delhi Suicide: दिल्ली से दर्दनाक मामला सामने आया है जहां एक 10 साल के बच्चे ने लोहे के पाइप से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दिल्ली पुलिस के अनुसार, बच्चे को मोबाइल पर गेम खेलने की लत थी। मौके से बरामद मोबाइल की जांच करने पर पता चला कि बच्चा लगभग 10-11 घंटे से गेम देख रहा था। उसने सात घंटे गेम खेला और लगभग चार घंटे यूट्यूब पर ऐक्टिव रहा। बच्चा फ्री फायर गेम खेलता था। वहीं बच्चे के घरवाले इसे हत्या बता रहे हैं। बहरहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
नांगलोई स्थित निगम विद्यालय में पांचवीं कक्षा में पढ़ने वाले बच्चा अपने माता पिता के साथ अंबिका विहार काॅलोनी में टीन शेड के मकान में रहता था। माता-पिता दोनों कामकाजी हैं। बच्चे का बड़ा भाई आगरा में आवासीय विद्यालय में पढ़ता है। पिता ने बताया कि उनके बेटे की आयु अभी 10 वर्ष पूरी होने वाली थी। पढ़ाई लिखाई में वह ठीक था।
घटना वाले दिन यानी 31 जुलाई को तेज वर्षा के कारण बच्चा स्कूल नहीं गया था। मां सुबह करीब साढ़े सात बजे काम पर निकल गई थी। पिता भी करीब नौ बजे काम पर निकल गए। इसके बाद बच्चा अपने घर में अकेला था। बच्चे के पिता ने बताया कि जब वह शाम छह बजे काम से लौटे तो पाया कि घर के बाहर लोग जुटे हैं। पता चला कि उनके बेटे का शव फंदे से लटक रहा है। पास ही मोबाइल था, जिसपर गेम चल रहा था।
माता-पिता की डांट, स्कूल का दबाव या गेम में हार; मौत की वजह क्या?
पुलिस अब यह जांच कर रही है कि क्या माता-पिता की डांट, स्कूल का दबाव या गेम में हार की वजह से बच्चे ने इतना बड़ा कदम उठाया। हालांकि, बच्चे के शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं मिले हैं। पिता का कहना है कि उनके बेटे की किसी ने हत्या की है और इसे आत्महत्या का रूप दिया है। उनके मुताबिक करीब 10 फीट की ऊंचाई पर फंदा था। बच्चा वहां तक पहुंच ही नहीं सकता था।
पिता का आरोप- घर से गायब हैं कैश
बच्चे के पिता का आरोप है कि शनिवार को जब कमरे में रखे सामान की सरसरी तलाशी ली तो कमरे से तीन लाख रुपये नकद गायब मिले हैं। यह रकम साड़ी में छिपाकर बच्चे की मां ने रखे थे। साड़ी तो मिला, लेकिन रुपये गायब हैं। इससे ऐसा लगता है कि बच्चा शायद पानी पीने घर से बाहर निकला हो तो चोर आया और जब वह पैसे निकाल रहा हो, तब बच्चे की नजर उस पर पड़ी। इसके बाद उसने बच्चे की हत्या कर दी और इसे आत्महत्या का रूप दे दिया।
पिता का कहना है कि उनके बच्चे को मोबाइल की कोई लत नहीं थी। जब से उनका बड़ा बेटा आगरा गया है, तब से उसका मोबाइल घर में ही था। इस मोबाइल का इस्तेमाल केवल इनकमिंग कॉल के लिए किया जाता था। यह मोबाइल रिचार्ज भी नहीं था। ऐसे में इसपर गेम खेलने या यूट्यूब देखने का सवाल ही नहीं पैदा होता है।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 3 August 2025 at 22:12 IST