अपडेटेड 9 November 2025 at 17:26 IST
पड़ोसी से था समलैंगिक रिश्ता, 5 माह का बेटा बना रोड़ा तो मां ने मार डाला...फोन रिकॉर्डिंग से खुला हत्या का राज; लेस्बियन पार्टनर भी गिरफ्तार
तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले के केलामंगलम गांव में जो हुआ, उसने हर किसी को हिला कर रख दिया। ये कहानी एक घर की है, जहां हंसी की जगह चीखें रह गईं, और एक अवैध संबंध ने रिश्तों की जड़ें हिला दीं।
तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले के केलामंगलम गांव में जो हुआ, उसने हर किसी को हिला कर रख दिया। ये कहानी एक घर की है, जहां हंसी की जगह चीखें रह गईं, और एक अवैध संबंध ने रिश्तों की जड़ें हिला दीं। 38 साल का सुरेश, रोज मजदूरी करके घर चलाता था। तीन बच्चों का बाप—दो बेटियां और 5 महीने का बेटा। जिंदगी सादी थी, मगर शांत नहीं। भारी काम के बाद जब वो शाम को घर आता, तो बच्चों की खिलखिलाहट उसके दिन की थकान मिटा देती थी। मगर 5 नवंबर की शाम, ये आवाजें हमेशा के लिए खामोश हो गईं।
उस दिन खबर आई कि उसका बेटा अचानक बेहोश हो गया है। अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने सिर्फ इतना कहा- “बच्चा नहीं रहा।” घरवालों ने समझा ये किस्मत का खेल है। बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया गया। लेकिन सुरेश के अंदर कुछ चुभने लगा था। एक बेचैनी जो उसे चैन से बैठने नहीं दे रही थी।
पत्नी के फोन में मिला कुछ ऐसा, सच आ गया सामने
दो दिन बाद, जब उसने पत्नी भारती का मोबाइल देखा, तो जैसे दुनिया ही बदल गई। फोटो, चैट और वॉइस मैसेज... सब कुछ एक नाम के इर्द-गिर्द घूम रहा था। और वो नाम था पड़ोस की रहने वाली सुमित्रा का। तीन साल से दोनों के बीच समलैंगिक रिश्ता था। मगर बेटे के जन्म के बाद मुलाकातें कम हो गईं, और रिश्ते में दरारें गहरी होती गईं।
सुरेश ने हिम्मत कर पुलिस को बुलाया। लेकिन सबसे बड़ा झटका तब लगा जब उसने फोन में एक कॉल रिकॉर्डिंग सुनाई। इस कॉल रिकॉर्डिंग में भारती खुद अपने बेटे की हत्या की बात कबूल करती सुनाई दी। उसकी आवाज में कोई झिझक नहीं थी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए भारती और उसकी लेस्बियन पार्टनर सुमित्रा दोनों को गिरफ्तार कर लिया। डिजिटल सबूतों की जाँच हो रही है। पूछताछ में भारती ने पुलिस को बताया कि बटा पैदा होने के बाद से वो भारती को वक्त नहीं दे पा रही थी। दोनों के रिश्तों में दरार आ रहे थे इसलिए उन दोनों ने बेटे को रास्ते से हटाने का फैसला किया और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 9 November 2025 at 17:26 IST