अपडेटेड 28 April 2025 at 15:45 IST
'माफी मांगने के अल्फाज नहीं, क्या कहता उन छोटे बच्चों को जिन्होंने अपने वालिद को खून में...', सदन में बोले CM उमर अब्दुल्ला
पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले पर जम्मू-कश्मीर विधानसभा के विशेष सत्र में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भावुक होकर अपनी बात रखी।
पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले पर जम्मू-कश्मीर विधानसभा के विशेष सत्र में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भावुक होकर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि यह हमला सिर्फ एक आतंकी घटना नहीं, बल्कि पूरे राज्य और देश के लिए एक गहरा जख्म है।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपने संबोधन में कहा- हम में से कोई भी इस हमले के साथ नहीं है। इसने हमें अंदर से खोखला कर दिया है। 26 सालों में पहली बार मैंने देखा है कि लोग इस कदर गुस्से और दुख के साथ घरों से बाहर निकल आए हैं।
ये हमला आम जनता की आत्मा पर किया गया- CM उमर
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बताया कि कठुआ से लेकर कुपवाड़ा तक, जम्मू से श्रीनगर तक हर गांव, हर कस्बे में आम जनता ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। यह सिर्फ एक राजनीतिक या प्रशासनिक मुद्दा नहीं है। यह आम जनता की आत्मा पर किया गया हमला है।
CM उमर की आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाने की अपील
उमर अब्दुल्ला ने सुरक्षा एजेंसियों से घटना की पूरी जांच कर सच्चाई सामने लाने की मांग की। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से आतंकवाद के खिलाफ और सख्त कदम उठाने की अपील की। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई और कहा कि सरकार हर पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है और उन्हें हर संभव सहायता दी जाएगी।
NIA की जांच में नए खुलासे
पहलगाम आतंकी हमले की प्लानिंग पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के आकाओं ने की थी। कश्मीर के बैरसन घाटी में खून-खराबे के लिए उन्हें पाकिस्तान में ट्रेनिंग दी गई थी। जांच से पता चला है कि आतंकवादी कोकरनाग के जंगलों से 20-22 घंटे पैदल चलकर आए थे। आतंकियों ने एक लोकल कश्मीरी और एक टूरिस्ट से मोबाइल फोन छीने थे। हमले में चार आतंकवादी शामिल थे, जिनमें तीन पाकिस्तानी और एक स्थानीय आदिल ठोकर हुसैन था। NIA के अधिकारी फोरेंसिक एक्सपर्ट की मदद से पूरे बैसरन घाटी में सुराग ढूंढ रहे हैं।
Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 28 April 2025 at 15:45 IST