अपडेटेड 14 June 2025 at 15:19 IST
Air India Plane Crash: पायलट ने इमरजेंसी सिग्नल भेजा, ATC से नहीं हुआ संपर्क...उड्डयन मंत्री ने बताया अहमदाबाद प्लेन क्रैश से पहले क्या-क्या हुआ?
अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे को लेकर शनिवार को उड्डयन मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अहम जानकारी साझा की।
अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे को लेकर शनिवार को उड्डयन मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अहम जानकारी साझा की। मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि यह दुर्घटना दोपहर 1:40 बजे के आसपास हुई थी, और आग पर शाम 6 बजे तक पूरी तरह से काबू पाया जा सका। हादसे की जगह एयरपोर्ट से महज 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित थी, जहां विमान ने उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही तकनीकी खराबी के चलते क्रैश लैंडिंग की। हादसे के तुरंत बाद राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया था।
उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने बताया कि क्रैश साइट से विमान का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है, जिसे जांच के लिए भेजा गया है। इस ब्लैक बॉक्स में विमान की उड़ान से जुड़ा अहम डेटा और कॉकपिट रिकॉर्डिंग मौजूद होती है, जो हादसे की असली वजह जानने में मदद करेगी। उन्होंने बताया कि बताया कि इस हादसे की गहन जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति का गठन कर दिया गया है। उन्होंने कहा, "हमें भी इंतजार है कि आखिर ऐसा क्या हुआ जिसने इस त्रासदी को जन्म दिया।"
पायलट ने दी थी इमरजेंसी सिग्नल
मंत्री ने बताया कि उड़ान भरने के बाद करीब 650 फीट की ऊंचाई पर जाते ही पायलट ने इमरजेंसी सिग्नल (मेडे कॉल) दिया था लेकिन ATC से उसका संपर्क नहीं हो पाया। उड्डयन मंत्री ने भरोसा दिलाया कि जांच निष्पक्ष और तेजी से की जा रही है, ताकि जिम्मेदारियों का स्पष्ट निर्धारण हो सके और भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके। अंत में मंत्रालय ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है और भरोसा दिलाया है कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, सभी जानकारियां पारदर्शिता के साथ साझा की जाएंगी।
घटनास्थल से 1 शव और हुआ बरामद
अहमदाबाद में क्रैश हुए एयर इंडिया के विमान का मलबा बीजे हॉस्पिटल की छत से हटाया जा रहा है। विमान का पिछला हिस्सा अब भी हॉस्टल की छत पर है। विमान के इस हिस्से को हटाते समय एक और शव बरामद हुआ है। ये शव विमान के पिछले हिस्से में फंसा हुआ था। इस हादसे में विमान में सवार सिर्फ एक व्यक्ति जीवित बचा है। सभी सभी लोगों की जान चली गई है।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 14 June 2025 at 15:06 IST