अपडेटेड 19 April 2025 at 18:22 IST
धार्मिक स्थलों और पर्यटन सेवाओं के नाम पर हो रही ठगी, ऑनलाइन बुकिंग घोटाले का शिकार होने से ऐसे बचें
ऑनलाइन ठगी की तैयारी इतनी अच्छे से की जाती है कि शक किए बिना लोग इन पोर्टलों के माध्यम से बुकिंग कर लेते हैं। भुगतान करने के बाद ठगे जाने का एहसास होता है।
Online Fraud In Religious : ऑनलाइन ठग लगातार लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। ऐसे मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। परेशानी की बात ये है कि ठगी के एक तरीका का खुलासा होने के बाद ये जालसाज दूसरा नया तरीका निकाल लेते हैं। अब धार्मिक स्थलों और पर्यटन सेवाओं में भी ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) ने लोगों को ऑनलाइन बुकिंग धोखाधड़ी के बारे में सचेत किया है। विशेष रूप से ऐसे मामलों को लेकर सचेत किया गया है, जिनमें देश के धार्मिक तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को निशाना बनाया जा रहा है। यह धोखाधड़ी नकली वेबसाइटों, भ्रामक सोशल मीडिया पेजों, फेसबुक पोस्ट और गूगल पर पैड विज्ञापनों के माध्यम से की जा रही हैं। लोगों को शिकार बनाने के लिए पेशेवर दिखने वाली लेकिन नकली वेबसाइटें, सोशल मीडिया प्रोफाइल और व्हाट्सएप खाते बनाकर अलग-अलग सेवाओं की पेशकश की जाती है। जैसे-
- केदारनाथ, चार धाम के लिए हेलीकॉप्टर बुकिंग
- तीर्थयात्रियों के लिए गेस्ट हाउस और होटल बुकिंग
- ऑनलाइन कैब/टैक्सी सेवा बुकिंग
- हॉलिडे पैकेज और धार्मिक यात्राएं
ठगी की तैयारी इतनी अच्छे से की जाती है कि शक किए बिना लोग इन पोर्टलों के माध्यम से बुकिंग कर लेते हैं। भुगतान करने के बाद ठगे जाने का एहसास तब होता है, जब बुकिंग की कोई पुष्टि नहीं होती और संपर्क के लिए दिए गए कस्टमर केयर के नंबर भी पहुंच से बाहर (Unreachable) हो जाते हैं।
बरतनी चाहिए ये सावधानियां
- कोई भी भुगतान करने से पहले वेबसाइट की प्रामाणिकता की हमेशा जांच करें
- गूगल, फेसबुक या व्हाट्सएप पर स्पॉन्सर्ड और अज्ञात लिंक पर क्लिक करने से पहले उसकी जांच जरूर करें
- बुकिंग केवल आधिकारिक सरकारी पोर्टलों या विश्वसनीय ट्रैवल एजेंसियों के माध्यम से करें
- फर्जी वेबसाइटों की तुरंत शिकायत राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल www.cybercrime.gov.in पर करें या किसी धोखाधड़ी के मामले में 1930 पर कॉल करें
- केदारनाथ हेलीकॉप्टर बुकिंग https://www.heliyatra.irctc.co.in के माध्यम से की जा सकती है
- सोमनाथ ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट https://somnath.org है और गेस्ट हाउस बुकिंग उसी के माध्यम से की जा सकती है
ठगी रोकने के लिए उठाए जा रहे कदम
इन घोटालों को रोकने के लिए इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर ने कई रणनीति बनाई हैं। गूगल, व्हाट्सएप और फेसबुक जैसी कंपनियों के साथ लगातार स्कैम सिग्नल एक्सचेंज किए जा रहे हैं। जिससे सक्रिय रूप से ठगों का पता लगाया जा सके। साइबर अपराध हॉटस्पॉट्स की पहचान की जा रही है और जिन राज्यों से शुरुआत हो रही, उन्हें संवेदनशील बनाया जा रहा है। नकली वेबसाइटों और विज्ञापनों पर भी एक्शन लिया जा रहा है।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 19 April 2025 at 18:22 IST