अपडेटेड 15 May 2025 at 00:00 IST
Boycott Turkey: तुर्किए और अजरबैजान के टूरिज्म को तगड़ी चोट, EaseMyTrip ने उठाया बड़ा कदम, 5 हजार करोड़ का नुकसान
भारत के खिलाफ आतंक के पनाहगार पाकिस्तान का खुलेआम समर्थन करना तुर्किए और अजरबैजान को बहुत भारी पड़ा। EaseMyTrip ने बड़ा कदम उठाया। दोनोंं देशों को करीब 5 हजार करोड़ का नुकसान।
आतंक परस्त पाकिस्तान का समर्थन करने वाले तुर्किए और अजरबैजान को तगड़ी चोट लगने वाली है। तुर्किए के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन द्वारा पाकिस्तान के लिए खुलेआम समर्थन दिखाने के बाद पूरे भारत में लोगों में आक्रोश है। इसका परिणाम यह है कि अब भारत ने तुर्किए और अजरबैजान का जोर शोर से विरोध करना शुरू कर दिया है। इसी बीच EaseMyTrip ने भी देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए बड़ा कदम उठाया है। EaseMyTrip ने अपने यात्रियों को एक एडवाइजरी जारी की है।
EaseMyTrip के सह-संस्थापक प्रशांत पिट्टी ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रीय हित पहले आता है और व्यापारिक हित बाद में। उन्होंने पाकिस्तान का खुलकर समर्थन करने को लेकर तुर्किए और अजरबैजान के बहिष्कार का आह्वान किया। तुर्किए और अजरबैजान ने भारत के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद के समर्थन और पहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में पाकिस्तान और PoK में नौ आतंकी बुनियादी ढांचे स्थलों पर भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा हमला करने के बाद उसकी आक्रामकता के बावजूद पाकिस्तान का समर्थन किया है। भारत-पाकिस्तान तनाव पर अपने बयान में अजरबैजान ने पाकिस्तान का समर्थन किया। तुर्किए ने पाकिस्तान के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की और पहलगाम आतंकवादी हमले की अंतर्राष्ट्रीय जांच के लिए इस्लामाबाद के प्रस्ताव का समर्थन किया।
प्रशांत पिट्टी ने कहा, "एक कंपनी के तौर पर, EaseMyTrip हमेशा पहले देश और बाद में कारोबार के बारे में सोचती है। हमने एक राष्ट्रीय रुख अपनाया और नौ महीने तक मालदीव के साथ काम नहीं किया, केवल जब हमारे विदेश मंत्री मालदीव गए, तब हमने मालदीव की बुकिंग फिर से शुरू करने की अनुमति दी। ऐसे में अभी जो घटनाएं हो रही हैं, जहां भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष चल रहा है, भले ही युद्धविराम हो, लेकिन युद्धविराम का उल्लंघन भी हो रहा है। हम देख रहे हैं कि अजरबैजान और तुर्किए जैसे देश इतिहास के गलत पक्ष पर खड़े हैं। पाकिस्तान स्पष्ट रूप से संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादियों के अंतिम संस्कार में फंस गया है।"
मालदीव विवाद को लेकर कैंसिल की थी बुकिंग
बता दें, 2024 की शुरुआत में जब भारत-मालदीव के बीच तनाव जैसी स्थिति पैदा हुई थी, तो भारत के लोगों ने मालदीव का विरोध करना शुरू कर दिया था। इस दौरान ईजमाईट्रिप ने मालदीव के लिए बुकिंग रद्द कर दी थी। मालदीव के अधिकारियों द्वारा भारत और उसके नेतृत्व के खिलाफ कुछ अपमानजनक टिप्पणियों के बाद भारत के द्वीपसमूह के साथ संबंध खराब हो गए।
EaseMyTrip ने तुर्किए यात्रा ना करने की सलाह दी
उन्होंने आगे कहा कि हमने वहां पाकिस्तानी सेना और कर्मियों को उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े देखा है। लेकिन पाकिस्तान को दुष्ट राष्ट्र के रूप में प्रमाणित करने के लिए दुनिया को इससे ज्यादा और क्या सबूत चाहिए। और फिर भी कुछ देश हैं जो उनका समर्थन कर रहे हैं, जो उन्हें भारत पर हमला करने के लिए ड्रोन भी मुहैया करा रहे हैं। यात्रा सलाह के तौर पर, हमने अपने सभी यात्रियों को तुर्किए और अजरबैजान की यात्रा न करने की सलाह जारी करने का फैसला किया है क्योंकि यह हमें नुकसान पहुंचाएगा।"
कंपनी के सह-संथापक ने कहा कि इजमाईट्रिप ने तुर्किए और अज़रबैजान के लिए स्वेच्छा से उड़ानें रद्द नहीं कीं, बल्कि ट्रैवल एडवाइजरी जारी की। लोग तुर्किए जाते हैं और फिर तुरंत ही अमेरिका या यूरोप जाने के लिए दूसरी उड़ान पकड़ लेते हैं, यही वजह है कि हम यह नहीं पहचान पाते कि कौन तुर्किए जा रहा है और कौन नहीं जा रहा है।
22 फीसदी लोगों ने तुर्किए की टिकट कैंसिल की
इजमाईट्रिप के सहसंस्थापक ने बताया कि तुर्किए और अजरबैजान के बहिष्कार के बाद से 22 प्रतिशत लोगों ने तुर्किए के लिए अपनी बुकिंग रद्द कर दी। इसके अलावा 30 फीसदी लोगों ने अजरबैजान के लिए अपनी फ्लाइट रद्द की है। इनका अनुमान है कि ये संख्याएं बढ़ने वाली हैं। पिछले साल, 2.5 लाख भारतीयों ने तुर्किए की यात्रा की और अन्य 2.3 लाख ने अजरबैजान की यात्रा की। पिट्टी ने अनुमान लगाया कि इन दोनों देशों के लिए लगभग 5,000 करोड़ रुपये का राजस्व नुकसान हुआ है, क्योंकि एक यात्री ने अपने प्रवास के दौरान औसतन 1 लाख रुपये खर्च किया होगा।
अबतक 50 फीसदी बुकिंग हुई कैंसिल
भारतीय चैंबर ऑफ कॉमर्स की पर्यटन समिति के अध्यक्ष सुभाष गोयल ने बताया कि कई टूरिज्म एसोसिएशन और इंडस्ट्रीज ने राष्ट्रीय हित को प्राथमिकता दी। भारतीय चैंबर ऑफ कॉमर्स इन संगठनों के साथ मिलकर तुर्किए और अजरबैजान के बहिष्कार करने की मांग कर रहा है। ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (TAAI) की पूर्व अध्यक्ष ज्योति मयाल ने कहा कि रिपोर्टों के अनुसार, इन देशों के लिए 50 प्रतिशत बुकिंग रद्द कर दी गई हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल, बड़ी संख्या में टिकट रद्द किए जा रहे हैं। ट्रैवल एजेंट भी इन दोशों की यात्रा के खिलाफ हैं और कह रहे हैं कि इन देशों की यात्रा नहीं करनी चाहिए।
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 15 May 2025 at 00:00 IST