अपडेटेड 4 January 2025 at 20:48 IST
भाजपा ने ठेकेदार आत्महत्या मामले में प्रियंक खरगे के इस्तीफे की मांग की
भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को आरोप लगाया कि कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस द्वारा "खुलेआम वसूली" के कारण एक ठेकेदार ने आत्महत्या कर ली।
भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को आरोप लगाया कि कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस द्वारा "खुलेआम वसूली" के कारण एक ठेकेदार ने आत्महत्या कर ली। पार्टी ने प्रियंक खरगे के इस्तीफे की मांग की। प्रियंक राज्य सरकार में मंत्री हैं और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के पुत्र हैं। भाजपा नेता जी वी एल नरसिम्हा राव ने एक बयान में कहा कि सिद्धरमैया सरकार कर्नाटक के इतिहास में सबसे भ्रष्ट सरकारों में से एक साबित हुई है।
सिविल ठेकेदार सचिन पंचाल ने 26 दिसंबर को बीदर जिले में ट्रेन के आगे लेटकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। अपने सुसाइड नोट में उन्होंने प्रियंक खरगे के करीबी सहयोगी राजू कपनूर पर आरोप लगाया कि उसने उन्हें यह कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर किया क्योंकि उन्हें (पांचाल को) एक करोड़ रुपये नहीं देनेपर जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं। कपनूर ने आरोप को खारिज कर दिया है। राव ने आरोप लगाया कि यह कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी द्वारा खुलेआम जबरन वसूली का उदाहरण है।
उन्होंने कहा, "प्रियंक खरगे को इस्तीफा देना चाहिए और कांग्रेस पार्टी तथा इसके शीर्ष नेतृत्व को उनका इस्तीफा सुनिश्चित करना चाहिए। उनके पद पर रहते हुए, निस्संदेह जबरन वसूली करने वाले राजू कपनूर को बचाने के प्रयास किए जाएंगे।"
उन्होंने आरोप लगाया कि कपनूर प्रियंक खरगे का करीबी सहयोगी है।
भाजपा द्वारा हमले तेज करने के बीच खरगे ने अपने खिलाफ लगे आरोपों को खारिज कर दिया था और कहा था कि न तो वह और न ही सरकार विपक्ष की मांगों और दबाव की रणनीति के आगे झुकेगी। खरगे ने यह भी कहा कि इस मामले में उनकी कोई भूमिका नहीं है, क्योंकि सुसाइड नोट में उनका नाम नहीं है। उन्होंने भी मामले की जांच की मांग की ताकि सच्चाई सामने आ सके।
भाजपा के शीर्ष नेताओं ने शनिवार को कर्नाटक के कलबुर्गी में प्रियंक खरगे के इस्तीफे के लिए दबाव बनाने को लेकर उनके आवास की ओर मार्च करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 4 January 2025 at 20:48 IST