अपडेटेड 27 May 2025 at 08:47 IST
आपसी कलह के बीच लालू परिवार में खुशियों ने दी दस्तक, दूसरी बार पिता बने तेजस्वी, बेटे के साथ शेयर की प्यारी तस्वीर
तेजस्वी यादव की पत्नी राजश्री ने एक बेटे को जन्म दिया है। वो पहली बार साल 2023 में पिता बने थे। तब उनके घर एक बेटी ने जन्म लिया, जिसका नाम उन्होंने कात्यायनी रखा था।
Tejashwi Yadav news: बिहार चुनाव से पहले लालू परिवार इस वक्त पारिवारिक कलह को लेकर सुर्खियों में बना हुआ है। इस बीच उनकी फैमिली में खुशियों ने दस्तक दी है। पूर्व डिप्टी CM तेजस्वी यादव दूसरी बार पिता बन गए हैं। उनकी पत्नी राजश्री ने एक बेटे को जन्म दिया। तेजस्वी ने खुद एक्स पर यह गुड न्यूज शेयर की है।
तेजस्वी यादव और राजश्री की शादी साल 2021 में धूमधाम से हुई थी। वे पहली बार साल 2023 में पिता बने थे। तब उनके घर एक बेटी ने जन्म लिया, जिसका नाम उन्होंने कात्यायनी रखा था।
बेटे संग तेजस्वी ने अस्पताल से शेयर की तस्वीर
मंगलवार (27 मई) को सुबह-सुबह तेजस्वी यादव ने बेटे के साथ एक प्यारी तस्वीर शेयर करते हुए दूसरी बार पापा बनने की खुशखबरी शेयर की। उन्होंने एक्स पर लिखा, "गुड मॉर्निंग! आखिरकार इंतजार खत्म हुआ! हमारे नन्हे बेटे के आने की घोषणा करते हुए बहुत आभारी, धन्य और प्रसन्न हूं। जय हनुमान!"
बता दें कि राजश्री यादव कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती हैं। एक दिन पहले ही RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी उनसे मिलने कोलकाता पहुंचे थे। वहीं, तेजस्वी पहले से ही कोलकाता में मौजूद थे।
लालू यादव ने रखा था पोती का नाम
तेजस्वी और राजश्री की बेटी का जन्म 27 मार्च 2023 को चैत्र नवरात्रि के छठवें दिन हुआ था। ऐसे में लालू यादव ने अपनी पोती का नाम कात्यायनी रखा था। मां कात्यायनी को देवी दुर्गा का छठवां रूप माना जाता हैं।
लालू ने तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से निकाला
लालू परिवार इस वक्त आपसी कलह को लेकर सुर्खियों में हैं। लालू के बड़े बेटे तेजस्वी यादव की अनुष्का यादव संग तस्वीर वायरल होते ही भूचाल आ गया। इसके बाद RJD सुप्रीमो ने बड़ा कदम उठाते हुए तेज प्रताप को परिवार और पार्टी दोनों से बेदखल कर दिया। उन्होंने तेज प्रताप को 6 साल के लिए RJD से निष्कासित किया।
लालू प्रसाद यादव ने बीते दिनों फेसबुक पर एक पोस्ट के जरिए अपने फैसले की जानकारी देते हुए लिखा- "निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना हमारे सामाजिक न्याय के लिए सामूहिक संघर्ष को कमजोर करता है। ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधि, लोक आचरण तथा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है। अतएव उपरोक्त परिस्थितियों के चलते उसे पार्टी और परिवार से दूर करता हूं। अब से पार्टी और परिवार में उसकी किसी भी प्रकार की कोई भूमिका नहीं रहेगी। उसे पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया जाता है। अपने निजी जीवन का भला -बुरा और गुण-दोष देखने में वह स्वयं सक्षम है। उससे जो भी लोग संबंध रखेंगे वो स्वविवेक से निर्णय लें। लोकजीवन में लोकलाज का सदैव हिमायती रहा हूं। परिवार के आज्ञाकारी सदस्यों ने सावर्जनिक जीवन में इसी विचार को अंगीकार कर अनुसरण किया है। धन्यवाद।"
Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 27 May 2025 at 07:16 IST