अपडेटेड 27 March 2025 at 12:53 IST
BIHAR: IAS अधिकारी संजीव हंस के खिलाफ मामले में ED ने फिर से की छापेमारी, कैश और दस्तावेज जब्त
प्रवर्तन निदेशालय ने आईएएस अधिकारी संजीव हंस के खिलाफ जारी धनशोधन से जुड़े मामले की जांच के तहत बृहस्पतिवार को बिहार सरकार के कुछ अधिकारियों और इंजीनियरों के खिलाफ नए सिरे से छापेमारी की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आईएएस अधिकारी संजीव हंस के खिलाफ जारी धनशोधन से जुड़े मामले की जांच के तहत बृहस्पतिवार को बिहार सरकार के कुछ अधिकारियों और इंजीनियरों के खिलाफ नए सिरे से छापेमारी की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि पटना में करीब छह-सात जगहों पर छापेमारी की जा रही है। कुछ नकदी और दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि यह छापेमारी रिश्वतखोरी के आरोपों का सामना कर रहे सरकारी अधिकारियों और इंजीनियरों के यहां की जा रही है। आईएएस अधिकारी संजीव हंस के खिलाफ धन शोधन से जुड़ा मामला बिहार पुलिस की विशेष सतर्कता इकाई द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी से उत्पन्न हुआ है। हंस 1997 बैच के आईएएस अधिकारी हैं, जो पिछली पदस्थापना के रूप में बिहार ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव के रूप में कार्यरत थे।
23 करोड़ रुपये की संपत्ति की कुर्की
ईडी ने आरोप लगाया है कि हंस ने ‘‘बिहार सरकार में विभिन्न प्रमुख पदों पर रहते हुए और 2018-2023 के दौरान केंद्रीय प्रतिनियुक्तियों के दौरान भ्रष्ट आचरण में लिप्त होकर अवैध धन अर्जित किया।’’ ईडी द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों पर टिप्पणी लेने के लिए हंस से संपर्क नहीं किया जा सका। एजेंसी ने इससे पहले हंस के ‘‘सहयोगियों’’ द्वारा अर्जित 23 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क कर ली थी।
Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 27 March 2025 at 12:53 IST