अपडेटेड 19 June 2025 at 19:23 IST
Bihar: गंगा तीरे पटना में बहेगी विकास की बयार... मरीन ड्राइव के बाद अब शुरू होगी वॉटर मेट्रो, क्या है पूरा प्लान?
बिहार की राजधानी पटना में गंगा तीरे विकास की बयार बहेगी। राजधानी पटना में मरीन ड्राइव के बाद अब वॉटर मेट्रो की शुरुआत भी होने वाली है।
बिहार को लेकर अक्सर लोगों की पिछड़ी मानसिकता देखने को मिलती है। लोगों को लगता है कि बिहार में केवल गरीबी, भूखमरी और अपराध है। हालांकि, यह सच नहीं है। बिहार का एक गौरवशाली इतिहास रहा है, जिसका भारत में लोकतंत्र को स्थापित करने में अहम भूमिका रहा है। हाल ही में बिहार में डबल डेकर फ्लाईओवर की शुरुआत हुई। इसके बाद अब वाटर मेट्रो की शुरुआत होने वाली है।
बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव है। चुनाव को देखते हुए बिहार को तमाम तरह की सौगातें मिल रही है, जो कि राज्य के विकास के लिए अहम है। बता दें, राजधानी पटना के पास पहले से ही गंगा नदी के किनारे पर बना मरीन ड्राइव है। इसके बाद अब हाल ही में केंद्रीय पोत परिवहन मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने गंगा नदी पर इनलैंड वाटर मेट्रो ट्रांसपोर्ट की शुरुआत करने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि ऐसे 12 जिलों की जांच की जाएगी, जहां से गंगा नदी गुजरती है।
वाटर मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर क्या बोले केंद्रीय मंत्री?
केंद्रीय पोत परिवहन मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा, "बिहार की राजधानी में वाटर मेट्रो सेवाओं के लिए 16 जेटी, 2 टर्मिनल और एक पोत निर्माण और मरम्मत केंद्र बनाने के लिए तैयारी की जा रही है। वाटर मेट्रो सिस्टम नदी के दोनों किनारों को जोड़ेगी और पटना के लिए एक साफ, कुशल और आधुनिक विकास प्रदान करेगी। राष्ट्रीय अंतर्देशीय नेविगेशन संस्थान (National Inland Navigation Institute) को नए निवेश के साथ उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है।"
NW-1 भी है अंतर्देशीय जलमार्ग योजनाओं का हिस्सा
केंद्रीय मंत्री की ओर से साझा जानकारी के अनुसार इस प्रोजेक्ट के जरिए उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल को जोड़ा जाएगा। बता दें, इसके साथ ही राष्ट्रीय जलमार्ग 1 (NW-1), जो वाराणसी से हल्दिया तक 1,390 किलोमीटर तक फैला है, भारत की अंतर्देशीय जलमार्ग योजनाओं के केंद्र में है। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से बिहार में बिजनेस को एक नया आयाम मिलेगा। ना केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि लोगों के लिए एक राज्य से दूसरे राज्य व्यापार करना आसान होगा। रिवर टूरिज्म के क्षेत्र में भी विकास के अवसर पैदा हो सकते हैं।
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 19 June 2025 at 19:23 IST