अपडेटेड 28 April 2025 at 22:45 IST

Bihar: महाबोधि मंदिर में सिंगिंग बाउल समूह ने रचा इतिहास, तो विश्व की सबसे बड़ी मिथिला पेंटिंग ने बनाया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड

विश्व के सबसे बड़े मिथिला पेंटिंग और महाबोधि मंदिर में सिंगिंग बाउल समूह ने इतिहास रचते हुए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है।

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मिथिला पेंटिंग और महाबोधि मंदिर ने विश्व में कीर्तिमान स्थापित की। | Image: PTI/X

खेलो इंडिया यूथ गेम की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। इस बीच बिहार ने अपने नाम दो वर्ल्ड रिकॉर्ड कर लिए हैं। बिहार ने सबसे बड़ी मिथिला पेंटिंग और महाबोधि मंदिर में सिंगिंग बाउल समूह ने वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। ये बिहार के लिए बहुत ही गर्व की बात है। बिहार के मिथिला की कला और संस्कृति ने पेंटिंग के माध्यम से वर्ल्ड रिकॉर्ड बना लिया है।

18.69 वर्ग मीटर के इस मिथिला पेंटिंग को बनाने में करीब 50 घंटे का समय लगा है। इसके साथ ही इस पेंटिंग को 50 से ज्यादा कलाकारों और स्टूडेंट्स की टीम ने मिलकर बनाया है। 8.69 वर्ग मीटर के इस पेंटिंग ने विश्वभर में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। पद्मश्री से सम्मानित बौआ देवी के नेतृत्व में सभी 50 सदस्यों ने मिथिला पेंटिंग बनाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया।

इस पेंटिंग में खास तौर पर राम सीता के विवाह को आकर्षण का केंद्र बनाया गया है। पेंटिंग में अलग-अलग रंगों का इस्तेमाल किया गया है। पेंटिंग को सौराठ से पटना, बीते रविवार को लाया गया।

महाबोधि मंदिर ने विश्व में नया कीर्तिमान स्थापित किया

इसके साथ ही महाबोधि मंदिर ने विश्व का सबसे बड़ा सिंगिंग बाउल समूह तैयार कर बुद्ध मंत्र का उच्चारण कर विश्व रिकॉर्ड बनाया है। बता दें, इस सिंगिंग बाउल समूह में अलग-अलग मठों से करीब 375 भिक्षु शामिल हुए। इन भिक्षुओं की उम्र 5 साल से लेकर 70 साल तक थी।

मधुबनी सांसद ने जाहिर की खुशी

मधुबनी से सांसद अशोक कुमार यादव ने खुशी जताते हुए कहा, "मधुबनी चित्रकला की विश्व विजय — मिथिलावासियों का गौरव! बिहार और मिथिला की अनमोल सांस्कृतिक धरोहर — मधुबनी पेंटिंग — ने इतिहास रच दिया है। प्रख्यात मिथिला चित्रकार बऊआ देवी जी के मार्गदर्शन में 50 विद्यार्थियों एवं कलाकारों ने मिलकर 18.69 वर्ग मीटर में विश्व की सबसे बड़ी।"

अभिनेत्री नीतू चंद्रा ने लिखा, "आज, मिथिला की पेंटिंग को आखिरकार बहुप्रतीक्षित गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड प्राप्त करते हुए देखकर मेरा दिल गर्व से भर गया है! एक दशक से भी अधिक समय से, मेरे भाई नितिन चंद्रा और मैंने अपनी राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म मिथिला मखान के माध्यम से इस कला को प्रोत्साहित और बढ़ावा देना शुरू किया - एक ऐसी कहानी जो मिथिला की संस्कृति, कला और गौरव में गहराई से निहित है। आज, हम भाई-बहन की जोड़ी, गर्वित बिहारियों के रूप में बहुत गर्व के साथ खड़े हैं, और विश्व मंच पर मिथिला की महिमा को चमकते हुए देख रहे हैं!"

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Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 28 April 2025 at 22:45 IST