अपडेटेड 22 February 2025 at 14:52 IST

BIG BREAKING: उत्तरकाशी के बाद तेलंगाना में सुरंग का हिस्सा ढहा, कई मजदूर फंसे; रेस्‍क्‍यू जारी

तेलंगाना में सुरंग का एक हिस्सा ढहने से उसमें काम कर रहे मजदूर अंदर ही फंस गए, बताया जा रहा है कि कम से कम 30 मजदूरों के अंदर फंसे होने की आशंका है।

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तेलंगाना में सुरंग में मजदूर फंसे | Image: X

Telangana tunnel Laborers trapped : तेलंगाना में सुरंग का एक हिस्सा ढहने से उसमें काम कर रहे मजदूर अंदर ही फंस गए, बताया जा रहा है कि कम से कम 30 मजदूरों के अंदर फंसे होने की आशंका है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तेलंगाना के नागरकुर्नूल में शनिवार सुबह ये सुरंग ढह गई, बताया जा रहा है कि जिस समय सुरंग का हिस्सा ढहा है उस दौरान कई मजदूर उसके अंदर थे। वहीं इस सुरंग का निर्माण कुछ दिन पहले ही फिर से शुरू हुआ था। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, सुरंग के अंदर से तीन मंजदूरों को बाहर निकाल लिया गया है। सीएम ए रेवंत रेड्डी ने एसएलबीसी सुरंग में हुई दुर्घटना पर दुख जताया है। सुरंग की छत गिरने और कई लोगों के घायल होने की भी सूचना है।  

घटना स्थल पर फिलहाल राहत और बचाव कार्य चल रहा है। बताया जा रहा है कि कर्मचारी पानी के रिसाव की मरम्मत के लिए गए थे। इसी दौरान इस सुरंग का हिस्सा ढह गया और इस वजह से 30 मजदूर इसके अंदर फंस गए। हालांकि, मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में संख्या बताए बिना संकेत दिया गया है कि कुछ लोग घायल हुए हैं। मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और बाकी अधिकारियों को राहत कार्य के लिए घटनास्थल पर पहुंचने का निर्देश दिया है।

अधिकारी स्पेशल हेलीकॉप्टर से रवाना 

मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार, राज्य के सिंचाई मंत्री एन उत्तम कुमार रेड्डी, सिंचाई मामलों के सरकारी सलाहकार आदित्यनाथ दास और बाकी सिंचाई अधिकारी स्पेशल हेलीकॉप्टर से घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। उधर, दुर्घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने घटना के कारणों की जानकारी ली और अधिकारियों से फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने को कहा। उन्होंने अधिकारियों से घायलों को उपचार मुहैया कराने को भी कहा है।

उत्तरकाशी में भी सुरंग में फस गए थे 41 मजदूर

पिछले साल दीपावली यानी 12 नवंबर को उत्तरकाशी के निर्माणाधीन सिल्क्यारा सुरंग में काम करने वाले 41 मजदूर फंस गए थे। 17 दिनों तक चले रेस्क्यू अभियान के बाद आखिरकार मजदूरों को बाहर निकाला जा सका था, ऑगर मशीन में कई बार खराबी आई, जिसे ठीक करके कई बार काम शुरू हुआ, लेकिन आखिर में ऑगर मशीन की ब्लेड खराब हो गईं, जिसके बाद रैट माइनर्स को लगाया है। जिसके बाद मजदूरों को निकाला गया।
 

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Published By : Nidhi Mudgill

पब्लिश्ड 22 February 2025 at 14:28 IST