अपडेटेड 6 July 2024 at 16:33 IST

Assam Flood: 92 जानवरों की मौत, राज्यभर में 21 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित; बाढ़ का कहर जारी

Assam Flood: काजीरंगा नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व बोकाखाट से एक दुखद खबर सामने आई है, जिसमें पता चला है कि बाढ़ के चलते कुछ 92 जानवरों की मृत्यु हो गई है।

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असम में 92 जानवरों की मौत | Image: @sdcfoundationuk

Animals Died in Assam Flood: असम में भीषण बाढ़ से लगातार हालात बिगड़ते जा रहें हैं, राज्य भर 21 लाख से ज्यादा लोग इससे प्रभावित बताए जा रहे हैं, वहीं काजीरंगा नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व बोकाखाट से एक दुखद खबर सामने आई है, जिसमें पता चला है कि बाढ़ के चलते कुछ 92 जानवरों की मृत्यु हो गई है।

हालांकि मौके से 95 जानवरों को बचाया भी गया है, लेकिन बाढ़ से लगातार हालात खराब बताए जा रहे हैं। जारी बुलेटिन के मुताबिक राज्य की बड़ी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इससे कई गांव के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बाढ़ का जायजा लिया, साथ ही लोगों के लिए बिजली बाहल रहे इसकों लेकर भी निर्देश दिए गए। राज्य भर के लोग इस वक्त बाढ़ के कारण परेशान है।

बाढ़ रिपोर्ट में 6 लोगों की भी मौत 

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के मुताबिक, 6 लोगों की जान भी गई है, जिनमें से चार लोग गोलाघाट के रहने वाले थे जबकि डिब्रूगढ़ और चराईदेव में भी एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।

असम में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 62 हुई 

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल बाढ़, भूस्खलन और तूफान से मरने वालों की संख्या अब तक 62  हो गई है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि बाढ़ से 29 जिलों के कुल 21 लाख से भी ज्यादा लोग प्रभावित हैं, जबकि 57 हजार हेक्टेयर कृषि भूमि जलमग्न हो चुकी है। रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में धुबरी शामिल है, जहां 6 लाख लोग प्रभावित हैं।

मुख्यमंत्री हिमंत ने लिया बाढ़ का जायजा

असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने भी शुक्रवार को डिब्रूगढ़ जिले के शहरी इलाकों समेत कई बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और तटबंधों में दरारों से हुए नुकसान का जायजा भी लिया। मुख्यमंत्री हिमंत ने बाढ़ से प्रभावित लोगों से भी बातचीत की और उन्हें राहत कोशिशों और डॉक्टरी सुविधाओं के माध्यम से सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने अपने दौरे की शुरुआत पिछले 9 दिनों से बिजली की गंभीर कमी से जूझ रहे डिब्रूगढ़ शहर में बाढ़ की स्थिति का आकलन करके किया।

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मुख्यमंत्री ने दिए बिजली बहाल के निर्देश

मुख्यमंत्री ने शहर में बाढ़ ग्रस्त एच एस रोड और महालया रोड पर बाढ़ प्रभावित लोगों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि नालियों के जाम होने के कारण शहर में बाढ़ की समस्या है और ब्रह्मपुत्र नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर होने के कारण पानी की निकासी में दिक्कत आ रही हैं। मुख्यमंत्री ने जिला आयुक्त को सार्वजनिक घोषणा करके बिजली आपूर्ति बहाल करने का निर्देश दिया, ताकि लोग सावधान रहें और इस अवधि के दौरान घर के अंदर रहें। मुख्यमंत्री ने तेंगाखाट में एक राहत शिविर का भी दौरा किया और लोगों को आश्वासन दिया कि विस्थापित लोगों को हरसंभव मदद मुहैया कराई जाएगी। 

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Published By : Nidhi Mudgill

पब्लिश्ड 6 July 2024 at 16:33 IST