अपडेटेड 31 March 2025 at 19:41 IST

वक्फ बिल को अजमेर दरगाह प्रमुख की हरी झंडी, कहा- मुसलमानों को डरने की जरूरत नहीं, मस्जिदें-दरगाह नहीं छीनी जाएंगी क्योंकि...

ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीन काउंसिल के चेयरमैन और अजमेर दरगाह के आध्यात्मिक प्रमुख के उत्तराधिकारी सैयद नसरुद्दीन चिश्ती ने वक्फ बिल का समर्थन किया है।

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Ajmer Dargah chief gives green signal to Waqf bill | Image: ANI/ PTI

Waqf Amendment Bill: वक्फ संशोधन बिल पर देश भर में मचे सियासी घमासान के बीच ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीन काउंसिल के चेयरमैन और अजमेर दरगाह के आध्यात्मिक प्रमुख के उत्तराधिकारी सैयद नसरुद्दीन चिश्ती ने बिल का समर्थन किया है।

सैयद नसरुद्दीन चिश्ती ने वक्फ संशोधन विधेयक पर कहा, वक्फ अमेंडमेंट बिल जो सरकार ला रही है उस पर भारत सरकार ने अपनी मंशा पहले ही जाहिर कर दी थी, जब उसको पार्लियामेंट में पहली बार लाए थे, जेपीसी को भेज कर। ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमिटी ने तमाम पक्षों को बहुत ही धैर्यपूर्वक सुना, सबको सुनने के बाद में ही सरकार को जाकर रिपोर्ट दी है और मुझे उम्मीद है कि अब जो भी बिल आएगा वह बहुत अच्छा आएगा। इस पर सार्थक चर्चा होनी चाहिए और चर्चा होकर अच्छा बिल पास आएगा।

उन्होंने कहा कि जहां तक मुसलमानों को भड़काए जाने की बात है तो यह बात सही है कि पिछले कुछ दिनों में जिस तरीके के बयान देखने को मिले हैं, लोगों को जज्बाती तकरीरें करके बताया जा रहा है कि आपकी मस्जिद चल जाएगी, आपकी दरगाह छिन जाएंगी, ईमामबाड़े छिन जाएंगे, यह बातें सरासर गलत है। लोकतंत्र में पक्ष-विपक्ष, सहमति-असहमति यह लोकतंत्र का हिस्सा है, कोई संवैधानिक तरीके से प्रदर्शन करता है तो यह उनका हक है उसे कोई नहीं रोक सकता है।

वक्फ बिल से मुसलमानों को डरने की जरूरत नहीं है- सैयद नसरुद्दीन चिश्ती

सैयद नसरुद्दीन चिश्ती ने कहा कि मेरा मानना है कि मौजूदा वक्फ बिल है उसमें अमेंडमेंट की सख्त जरूरत है और मुसलमान को किसी भी तरीके से इससे डरने की जरूरत नहीं है। मीडिया पर आकर बयान देना वह आधिकारिक बयान नहीं होता है। भारत सरकार संसद में खड़े होकर आधिकारिक तौर पर कोई बयान दे, यह किसी के खिलाफ नहीं है, कोई आपकी मस्जिद, दरगाह है  छीनी जाएंगी, ईमामबाड़े छीने नहीं जाएंगे, तो हमें उस आधिकारिक बयान को मनाना चाहिए। जो जज्बात भड़काने की कोशिश कर रहे हैं यह गलत है। जब भी मुसलमान के रिफॉर्म की बात आती है और भारत सरकार कुछ करना चाहती है इस तरीके से कुछ लोग वह जाकर के मुसलमान के जज्बातों को भड़कते हैं जो सरासर गलत है।

वक्फ में बदलाव समय की मांग- सैयद नसरुद्दीन चिश्ती

सैयद नसरुद्दीन चिश्ती ने कहा कि वक्फ बिल में बदलाव समय की आवश्यकता इसलिए है कि वक्फ की इतनी संपत्तियां हैं, उनको जो रेंट पर दिया हुआ है और आज अगर मार्केट वैल्यू की रेंट देखी जाए और जिन लोगों को वक्फ की संपत्तियां रेंट पर दी गई है, उन्होंने किसी ने ₹8 पर किसी ने ₹10 पर किसी ने 500 में ले रखी हैं, किसी ने हजार रुपए में ले रखी है, जबकि उन प्रॉपर्टी की वैल्यू करोड़ों में है और उनका किराया भी लाखों रुपए में आना चाहिए लेकिन ना तो उनके लाखों में रेंट आ रहा है और ना ही जो रेंट आ रहा है उसका ढंग से इस्तेमाल हो रहा है, कम्युनिटी के लिए कोई इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। वक्फ में अमेंडमेंट की जरूरत है।

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Published By : Deepak Gupta

पब्लिश्ड 31 March 2025 at 19:41 IST