अपडेटेड 30 March 2024 at 20:33 IST
'उसे बहुत दर्द हो रहा था, वो बेहोश हो गया था', अफजाल ने बताया मुख्तार अंसारी की मौत से पहले क्या हुआ
Mukhtar Ansari Death: मुख्तार अंसारी की मौत के पहले क्या-क्या हुआ? भाई अफजाल ने पूरी जानकारी दी है।
UP Latest News: दिल का दौरा पड़ने से मुख्तार अंसारी की मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ये साफ हो गया कि मुख्तार की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई थी। इसी बीच मुख्तार के भाई अफजाल का बड़ा बयान सामने आया है। अफजाल ने मुख्तार की मौत से पहले की कहानी बताई है।
अफजाल अंसारी ने क्या कहा?
गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी ने कहा- 'मुख्तार अंसारी को मार दिया गया है और रास्ते से हटा दिया गया है। समय आने पर हम इस बात का पुख्ता सबूत देंगे कि उन्हें जहर देकर मारा गया था। बचाने के लिए कुछ अपराधियों ने पूरी सरकार और उसकी मशीनरी ने बहुत बड़ी साजिश रची है, उन्हें शर्म नहीं आती। 26 मार्च को मुख्तार अंसारी को बांदा जेल से मेडिकल कॉलेज भेजा गया था।'
अफजाल ने कहा- 'सुबह 3 बजे हमें मैसेज मिला कि मुख्तार अंसारी की हालत गंभीर है। जब हम अस्पताल पहुंचे तो बड़ी मुश्किल से सिर्फ 5 मिनट के लिए मिलने दिया गया। 5 मिनट की मुलाकात के दौरान मुख्तार अंसारी ने कहा कि उन्हें जहर दिया गया था और इस वजह से वह बेहोश हो गए थे। अफजाल ने कहा कि उन्हें बहुत दर्द हो रहा था। वह बेहोश हो गए थे और उसी हालत में उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
सुपुर्द-ए-खाक हुआ मुख्तार
फिया से नेता बने पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी का शव कड़ी सुरक्षा के बीच शनिवार को गाजीपुर जिले के उनके पैतृक निवास युसूफपुर मोहम्मदाबाद के निकट कालीबाग स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि इससे पहले मुख्तार के पैतृक आवास से सुबह के समय जनाजा निकाला गया जिसमें उनके सांसद भाई अफजाल अंसारी, पुत्र उमर अंसारी और भतीजे विधायक सुहेब अंसारी समेत परिवार के सदस्य तथा समर्थक शामिल रहे। उनके बड़े भाई एवं पूर्व विधायक सिगबतुल्लाह अंसारी समेत परिवार और रिश्तेदार भी जनाजे में शामिल हुए।
इस दौरान भीड़ ने नारे भी लगाये। अफजाल अंसारी ने कब्रिस्तान पहुंचकर लोगों को समझाया कि भीड़ एकत्र न करें और शांति बनाये रखने की अपील की। बाद में सिगबतुल्लाह भी वहां पहुंचे। जनाजे की नमाजों के बाद कालीबाग कब्रिस्तान में अंसारी का शव दफनाया गया। सबसे पहले, मुख्तार के पैतृक आवास के निकट मैदान में भी नमाज पढ़ी गई।
Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 30 March 2024 at 16:15 IST