अपडेटेड 4 January 2025 at 22:16 IST
'भारत न तो ओवैसी का है और न ही तैमूर लंग का, यहां वक्फ बोर्ड-फोर्ड नहीं चलेगा...', आचार्य प्रमोद कृष्णम की दो टूक
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने धर्मविरोधियों पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि धर्म सिर्फ परमात्मा की इच्छा से प्राप्त होता है और धर्म परिवर्तन करना भगवान की इच्छा के खिला
सागर मिश्रा की रिपोर्ट
Acharya Pramod Krishnam News: आचार्य प्रमोद कृष्णम ने धर्मविरोधियों पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि धर्म सिर्फ परमात्मा की इच्छा से प्राप्त होता है और धर्म परिवर्तन करना भगवान की इच्छा के खिलाफ है। उन्होंने यह भी कहा कि कई धार्मिक ग्रंथों में संभल का नाम आता है। असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, भारत की भूमि पर किसी का भी अधिकार नहीं है, न तो ओवैसी का, न बाबर का और न ही तैमूर लंग का। उन्होंने कहा कि भारत की संसद ही सर्वोत्तम है और किसी भी बक्फ बोर्ड का गठन भारत की शक्तियों का दुरुपयोग है। आचार्य ने इस मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि अगर बक्फ बोर्ड खत्म करने का फैसला लिया जाता है, तो वे उसका स्वागत करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि सनातन धर्म का विरोध करने वाले नेताओं को समझ लेना चाहिए कि सनातन की उत्पत्ति भारत की भूमि से हुई है और इसे मिटाना संभव नहीं है।
प्रयागराज में भव्य महाकुंभ के आयोजन और धर्म परिवर्तन को लेकर बयान देने वाले 'नफरती गैंग' पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। इसके साथ ही उन्होंने संभल में सनातन धर्म के प्रचार के लिए पुलिस चौकी के निर्माण को लेकर ओवैसी के बयान पर भी अपनी असहमति जताई। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने संभल की पावन धरती से देशवासियों को संदेश देते हुए कहा कि सनातन धर्म के प्रति प्रेम और समर्पण को आगे बढ़ाना हर एक सनातनी का कर्तव्य है।
अपने ही धर्म के खिलाफ जा रहे नफरती गैंग- प्रमोद कृष्णम
आचार्य प्रमोद कृष्णम बोले- 'धर्म परिवर्तन को लेकर जो नफरती गैंग बयान दे रहे हैं, वे न केवल समाज को बांटने का काम कर रहे हैं, बल्कि अपने ही धर्म के खिलाफ भी जा रहे हैं। महाकुंभ का आयोजन पुण्य और आस्था का प्रतीक है और ऐसे लोग केवल भ्रम फैला रहे हैं।'
ओवैसी जैसे लोग नफरत फैलाते हैं- प्रमोद कृषणम
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने आगे कहा कि, 'संभल में सनातन धर्म की खोज और पुलिस चौकी के निर्माण को लेकर ओवैसी जैसे लोग नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। सनातन धर्म को लेकर किसी को भी तकलीफ नहीं होनी चाहिए। यह देश सभी धर्मों का सम्मान करता है, लेकिन सनातन की उपेक्षा नहीं की जा सकती।'
प्रेम के साथ आगे बढ़ाने का संकल्प लें- प्रमोद कृषणम
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि, ‘संभल की पावन धरती से मैं यह संदेश देना चाहता हूं कि हमें अपने सनातन धर्म के आदर्शों का पालन करना चाहिए। अपने कर्तव्यों को समझें और देश को एकता और प्रेम के साथ आगे बढ़ाने का संकल्प लें। हम सबकी ताकत हमारी सांस्कृतिक धरोहर में है।’
Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 4 January 2025 at 21:59 IST