अपडेटेड 29 January 2024 at 07:41 IST
'राम नाम सत्य है...' नीतीश कुमार के बाद क्या आचार्य प्रमोद भी करेंगे कांग्रेस में 'खेला'?
Acharya Pramod Krishnam News: कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम आजकल इंडी गठबंधन पर ही तंज कसे जा रहे हैं। उन्होंने PM Modi की जमकर तारीफ भी की थी।
Delhi News: राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम के सुर बदले हुए हैं। इसको लेकर सियासी गलियारे में हलचल तेज हो रही है और सवाल उठाए जा रहे हैं कि क्या नीतीश कुमार की तरह आचार्य प्रमोद कृष्णम भी कोई खेला करने वाले हैं?
आपको बता दें कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के न्योते को ठुकराने को लेकर उन्होंने इंडी गठबंधन पर तंज कसा था। साथ ही, नीतीश कुमार मामले में भी उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट के जरिए इंडी गठबंधन को ही निशाना बनाया था। अब हालिया पोस्ट में उन्होंने नीतीश के इस्तीफे के बाद 'राम नाम सत्य' लिखा है, जो कोई 'खेला' होने की संभावनाओं को और तेज कर रहा है।
क्या कांग्रेस छोड़ने की फिराक में हैं आचार्य प्रमोद कृष्णम?
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने I-N-D-I-A गठबंधन के उन नेताओं पर टिप्पणी की, जो नीतीश को बार-बार फोन कर रहे हैं, लेकिन नीतीश कुमार उनके कॉल का कोई जवाब नहीं दे रहे हैं। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा- 'मैं I-N-D-I-A गठबंधन के उन नेताओं की बुद्धिमत्ता और दूरदर्शिता को नमन करना चाहता हूं जो अभी भी इतनी ठंड में नीतीश जी की कॉल का इंतजार कर रहे हैं।'
इससे पहले उन्होंने लिखा था- 'राम मंदिर का न्योता ठुकराने का असर होना शुरू। पलटू राम “पटकु” राम बन गए।' यह पोस्ट उन्होंने 27 जनवरी को किया था, लेकिन इसे एक बार फिर रि-ट्वीट किया। इसके बाद उन्होंने लिखा- 'राम नाम सत्य है।'
आपको बता दें कि आचार्य प्रमोद कृष्णम ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर कांग्रेस के रुख का विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि मैं उन लोगों से आग्रह करता हूं, जो लोग अयोध्या से दूरी बना रहे हैं, यहां आकर माथा टेकें और अपनी गलतियों की माफी मांगे।
पीएम मोदी की जमकर तारीफ
इससे पहले आचार्य प्रमोद कृष्णम ने राम मंदिर को लेकर पीएम मोदी की जमकर तारीफ की थी। उन्होंने कहा था- 'यह सनातन के शासन और राम राज्य की पुनः स्थापना का दिन है। सदियों के संघर्ष के बाद और हजारों ऋषि, मुनि महात्माओं की त्याग, तपस्या और बलिदान के बाद यह शुभ घड़ी आई है कि हम भगवान राम के जन्म भूमि के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के साक्षी बने हैं। मुझे लगता है कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न होते तो यह मंदिर का निर्माण संभव नहीं होता।'
आपको बता दें कि उन्होंने इससे पहले भी कई बार विपक्ष पर करारा प्रहार किया है। पिछले दिनों उन्होंने उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी की भी खूब तारीफ की थी। ऐसे में आचार्य प्रमोद कृष्णम के बदलते सुर के क्या कारण हैं, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 28 January 2024 at 21:23 IST