अपडेटेड 26 July 2024 at 17:33 IST
यह सिर्फ टाइगर हिल, द्रास सेक्टर की विजय नहीं ,यह भारत के शौर्य की जीत थी- कारगिल विजय दिवस पर नड्डा
जेपी नड्डा ने कहा कि आज के दिन हमें जहां जीत की खुशी होती हैं वहीं हम अपने वीर शहीदों को याद भी करते हैं, जिन्होंने अपने जान की आहूति देकर इस देश की रक्षा की।
Kargil Vijay Diwas: कारगिल विजय दिवस पर आज देश अपने वीर सपूतों के शौर्य और पराक्रम को याद करके गौरवान्वित महसूस कर रहा है। 'कारगिल विजय रजत जयंती' समारोह को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि ये विजय सिर्फ कोई टाइगर हिल्स की विजय नहीं थी, ये विजय सिर्फ द्रास सेक्टर की विजय नहीं थी, ये विजय किसी पहाड़ी पर तिरंगे झंडे की विजय नहीं थी,ये भारत के शौर्य और अस्मिता की जीत थी।
नड्डा ने कहा कि आज के दिन हमें जहां जीत की खुशी होती हैं वहीं हम अपने वीर शहीदों को याद भी करते हैं, जिन्होंने अपने जान की आहूति देकर इस देश की रक्षा की।
'हम पहले अटैक नहीं करते, लेकिन कोई अगर हम पर अटैक करे तो...'
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि हमारा इतिहास है कि हम किसी पर पहले अटैक नहीं करते, लेकिन कोई अगर हम पर अटैक करे तो उसे नेस्तनाबूद करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ते। कारगिल में भी पाकिस्तान चोरों की तरह चुपके-चुपके आकर टाइगर हिल्स पर बैठ गया और भारत की सरजमीं पर आधिपत्य जमाने की कोई कोशिश की। लेकिन हमारे जवानों ने अपने अदम्य साहस और पराक्रम से उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया और टाइगर हिल्स पर पहुंचकर तिरंगा फहराया।
पहले हमारे जवानों की उपेक्षा होती थी- जेपी नड्डा
मैं ये भी बता दूं कि पहले हमारे जवानों की उपेक्षा होती थी। दशकों से हमारे जवानों की मांग थी कि उन्हें 'वन रैंक वन पेंशन' मिले, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। लेकिन जब 2014 में मोदी जी आए तो उन्होंने 'वन रैंक वन पेंशन' देने का काम किया। पहले हमारे फौजी भाइयों के हाथ बंधे होते थे, आदेश का इंतजार करना पड़ता था, लेकिन जब मोदी जी प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने कहा कि जहां से गोली चले, जिधर से गोली चले, जब तक गोली शांत न हो जाए तब तक रुकना नहीं है, ये बदलता भारत है।
नरेंद्र मोदी सैनिकों के साथ दिवाली मनाते हैं- जेपी नड्डा
कुछ लोग ऐसे हैं जो देश की रक्षा के साथ खिलवाड़ करने के लिए हमेशा राजनीति को सर्वोपरि रखते हैं। लेकिन हमारे नरेंद्र मोदी हमेशा, हर दिवाली सैनिकों के साथ मनाते हैं, हमेशा उनके साथ खड़े रहते हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि जब कारगिल का युद्ध हो रहा था तो कांग्रेस का कौन सा नेता कारगिल गया था, कौन सा नेता द्रास गया था, लेकिन मैं छाती ठोककर बोल सकता हूं कि उस समय भी हिमाचल के प्रभारी और भाजपा के महामंत्री नरेंद्र मोदी फौजियों का हौसला बढ़ाने के लिए कारगिल गए थे।
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Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 26 July 2024 at 17:33 IST