अपडेटेड 17 January 2025 at 16:07 IST
जम्मू के गांव में रहस्यमयी बीमारी के कारण 16 लोगों की मौत होने से अधिकारी हैरान
Jammu Kashmir News: जम्मू संभाग के एक छोटे से गांव में रहस्यमयी बीमारी ने 16 लोगों की जान ले ली, जिससे अधिकारी हैरान हैं।
Jammu Kashmir News: जम्मू संभाग के एक छोटे से गांव में रहस्यमयी बीमारी ने 16 लोगों की जान ले ली, जिससे अधिकारी हैरान हैं और वे पहली मौत के दो महीने बाद भी इसके कारणों के बारे में कुछ नहीं बता पाए हैं। सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि जट्टी बेगम (60) नामक बुजुर्ग महिला की शुक्रवार को अज्ञात कारणों से मौत हो गयी, इसके अलावा एक अन्य लड़की अब भी अपनी जिंदगी के लिए संघर्ष कर रही है।
उन्होंने बताया कि पीड़ित राजौरी जिले के कोटरंका उप-मंडल के बदहाल गांव के हैं, जहां पिछले साल दिसंबर से तीन परिवारों के 16 सदस्यों की मौत हो चुकी है। इनमें सात की मौत रविवार से अब तक हुई है। अधिकारियों ने प्रभावित परिवारों के तीन घरों को सील कर दिया है जबकि उनके 21 करीबी रिश्तेदारों को कड़ी निगरानी में रखने के लिए सरकारी देखभाल केंद्र में स्थानांतरित कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि अतिरिक्त उपायुक्त दिल मीर के नेतृत्व में एक टीम ने अभियान चलाया, जिसमें सुरक्षाकर्मी मौके पर तैनात थे।
इस बीच, बुधल के पुलिस अधीक्षक (अभियान) वजाहत हुसैन की अध्यक्षता में 11 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है, जो मौत के मामलों की जांच करेगी। बेगम के पति मोहम्मद यूसुफ की तीन दिन पहले एक अस्पताल में मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि मोहम्मद असलम की 15 वर्षीय बेटी यास्मीन कौसर की हालत गंभीर बनी हुई है और वह जम्मू के एसएमजीएस अस्पताल में जीवन रक्षक उपकरणों पर है। एसएमजीएस अस्पताल में भर्ती मोहम्मद असलम के छह बच्चों में से पांच की मौत हो गई है।
मुख्य सचिव अटल डुल्लू ने जम्मू में संवाददाताओं से कहा, ‘‘स्थिति पर सभी पहलुओं से नजर रखी जा रही है। इन मौतों के कारणों का पता लगाने के लिए कई स्वास्थ्य एजेंसियां पहले से ही जांच कर रही हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अब तक वायरल, जीवाणु जनित या फंगल संक्रमण का कोई सबूत नहीं मिला है। कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी है। किसी भी संभावित आपराधिक पहलू की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया गया है।" डुल्लू ने स्वास्थ्य आपातकाल की संभावना से इनकार करते हुए कहा कि क्षेत्र में केवल तीन परिवार ही प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों ने कहा कि जांचकर्ता फज़ल, मोहम्मद रफ़ीक और मोहम्मद असलम के परिवारों द्वारा खाये गए सभी खाद्य पदार्थों और दवाओं की जांच करेंगे और नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशालाओं में भेजा जाएगा।
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 17 January 2025 at 16:07 IST